एसएसबी सिपाही बहाली में फर्जी अभ्यर्थी गिरफ्तार, किया पुलिस के हवाले West Champaran News
पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में एसएसबी सिपाही बहाली के क्रम में एक फर्जी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया। एसएसबी ने युवक को किया पुलिस के हवाले किया प्राथमिकी दर्ज।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। एसएसबी सिपाही बहाली (SSB police reinstatement ) के क्रम में एक फर्जी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया है। इसकी पहचान पूर्वी चंपारण के रक्सौल थाना अंतर्गत हरनाही गांव निवासी दीपक कुमार के रूप में की गई है। एसएसबी 44 वीं बटालियन के निरीक्षक (प्रशासन) शांतिप्रिय मिश्र ने बताया कि युवक को शिकारपुर थाना के हवाले कर दिया गया है। मामले में फर्जी अभ्यर्थी दीपक कुमार, पूर्वी चंपारण के पलनवा थाना के जनधर गांव निवासी राजू और पटना निवासी श्रीआनंद को नामजद किया गया है।
बड़े रैकेट का पर्दाफाश
इस मामले से फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वाले एक बड़े रैकेट का भी पर्दाफाश हुआ है। इसका संचालक पटना निवासी श्रीआनंद है। यह विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी लगाने के लिए एक बहुत बड़ा रैकेट चलाता है। दीपक कुमार से पूछताछ और उसके व्हाट्सएप की जांच से यह तथ्य उभरकर सामने आया है। शिकारपुर थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार गुप्ता ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। गिरफ्तार फर्जी अभ्यर्थी को जेल भेजा जा रहा है। मामले में जांच शुरू कर दी गई है।
जांच के दौरान बायोमीट्रिक मशीन से आया पकड़ में
बताया गया है कि एसएसबी नरकटियागंज में आरक्षी पद के लिए मेडिकल जांच परीक्षा के दौरान सोमवार को दीपक कुमार शामिल होने आया। कंप्यूटर आधारित परीक्षा के दौरान उसके लिए गए बाएं अंगूठे के निशान और फोटो का मिलान किया गया तो वे नहीं मिले। कई बार के प्रयास में भी बायोमीट्रिक मशीन में मेल नहीं खा रहे थे।
पहले भी कर चुके फर्जीवाड़ा
अधिकारियों ने पूछताछ की तो पाया गया कि 9 मार्च 2019 को हुई लिखित परीक्षा आइओएन डिजिटल जोन आइडीजेड 2 पाटलिपुत्र यूएनओ डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड, इंडस्ट्रियल इस्टेट, नीयर पी एंड एम मॉल पटना में हुई थी। उस लिखित परीक्षा में दीपक कुमार शामिल नहीं हुआ था। उसकी जगह पलनवा थाना के जनधर गांव निवासी राजू ने परीक्षा दी थी। इसके लिए पटना निवासी श्रीआनंद ने दीपक कुमार से 50 हजार रुपये लिए थे। शारीरिक परीक्षा में भी ऐसे ही फर्जी तरीके अपनाए गए थे।