समीर हत्याकांड : जनप्रतिनिधि से जुड़े प्रॉपर्टी डीलर को हिरासत में लेकर पूछताछ
जमीन को लेकर शूटरों के निशाने पर थे पूर्व मेयर समीर कुमार।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड की जांच को लेकर पुलिस की सक्रियता बढ़ रह गई हैं। पुलिस टीम ने शहर के एक प्रॉपर्टी डीलर के घर छापेमारी की। वह एक जनप्रतिनिधि से जुड़ा है। जांच के दौरान पुलिस के समक्ष जमीन के कई कारोबारियों ने उसका नाम लिया था। इससे पहले शनिवार की शाम मिठनपुरा के जगदीशपुरी लेन से भी शूटर गोविंद और सुजीत से जुड़े एक युवक को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही। उधर, स्वीकारोक्ति बयान को लेकर श्यामनंदन की ओर से दाखिल किए जानेवाले विरोध पत्र को लेकर कोर्ट पर भी पुलिस अधिकारी नजर बनाए हैं। हालांकि, सोमवार को उसकी ओर से विरोध पत्र कोर्ट में दाखिल नहीं किया गया।
बढ़ गई थी तल्खी
बताया जा रहा कि कल्याणी मार्केट की जमीन को खाली कराने के लिए शूटर गोविंद, ओंकार और सुजीत से पूर्व मेयर समीर कुमार का सौदा हुआ था। जमीन का सौदा रद होने पर भी शूटरों की ओर से यह राशि देने का दबाव बनाए जाने की चर्चा है। श्यामनंदन की पिटाई कर आर्म्स एक्ट व शराब के मामले में जेल भेजवाने के बाद व शूटरों को रंगदारी के मामले में जेल भेजवाने की धमकी से तल्खी और बढ़ गई थी। ओंकार ने कल्याणी मार्केट की जमीन पर विवादित होने का बोर्ड लगा देने की नई चर्चा आ रही।
जमीन खाली कराने को लेकर हुआ था विवाद
16 सितंबर 2016 को पूर्व मेयर समीर कुमार के समर्थक श्यामनदंन के साथ कल्याणी मार्केट की जमीन खाली कराने पहुंचे थे। इसको लेकर तब दुकानदारों से विवाद हुआ था। विवाद बढ़ने पर श्यामनंदन वहा से फरार हो गया था। विवाद की सूचना पर तब नगर थाना पुलिस वहां पहुंची व मामले को शात कराया था। दुकानदारों ने पूर्व मेयर समीर कुमार, आशुतोष शाही, विक्कू और सुशील छापड़िया पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया था। विवाद के बाद पूर्व मेयर ने ओंकार को उक्त जमीन खाली कराने की जिम्मेवारी सौंपी थी। इसके बदले राशि तय की गई थी। इसी को लेकर उसने शूटर गोविंद से संपर्क किया। दुकानदारों के एक नेता से भी संपर्क किया गया। इसी बीच जमीन मालकिन को रुपये देने में गोलमाल करने का मामला सामने आया और सौदा रद हो गया। श्यामनंदन की पिटाई कर दो दर्जन चेक व स्टांप पर हस्ताक्षर करा लिया गया। इससे वह बेहद खफा हो गया।