मिट्टी घोटाले में नीतीश की भी संलिप्तता : मांझी
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि मिट्टी घोटाले में लालू एवं उनके परिवार के साथ नीतीश कुमार की भी संलिप्तता है।
मुजफ्फरपुर। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि मिट्टी घोटाले में लालू एवं उनके परिवार के साथ नीतीश कुमार की भी संलिप्तता है। घोटाले के खुलासा के बाद नीतीश कुमार मौनी बाबा बने हुए हैं। यदि उनकी संलिप्तता नहीं होती तो जांच कराते। शुक्रवार को परिसदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व सीएम ने कहा कि राज्य में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी एक स्थान पर जमे हुए हैं। उनका तबादला नहीं हो रहा। कारण, इसको लेकर नीतीश एवं लालू में शह-मात का खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह आयोजित करने का कोई अधिकार नहीं। राज्य में किसान त्राहिमाम कर रहे हैं और नीतीश सरकार कार्यक्रम आयोजित कर अपनी ब्रांडिंग में लगी है।
उन्होंने कहा कि सरकार शराबबंदी का ढोल पीट रही है, जबकि राज्य में शराब की होम डिलीवरी हो रही है। सरकार ने युवाओं को तस्कर बना दिया है। राज्य में थेथरलॉजी की सरकार है। अपराध बढ़ रहा है। खुलेआम घूसखोरी हो रही है, लेकिन सरकार को नहीं दिख रहा है। हो भी कैसे, गठबंधन की सरकार ने काला चश्मा पहन रखा है।
मोतिहारी में चीनी मिल कर्मी व किसानों के बकाए पैसे देने के लिए उनकी सरकार ने समझौता कराया था, लेकिन उनके जाने के बाद नीतीश सरकार ने इसकी अनदेखी की। परिणाम सामने है। उन्होंने मिल कर्मी की मौत की सीबीआइ जांच कराने की मांग की। कहा कि जिला प्रशासन ने उसकी हत्या की है। इसलिए मिल मालिक के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों पर भी आपराधिक मुकदमा हो। संवाददाता सम्मेलन के दौरान पूर्व मंत्री ई.अजीत कुमार, ¨हदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर के जिलाध्यक्ष इंद्र मोहन झा, सामाजिक कार्यकर्ता नंद कुमार प्रसाद साह, शरीफुल हक, रत्नेश पटेल, संकेत मिश्रा, राजेश्वर प्रसाद गुप्ता आदि उपस्थित थे।