नई उपज के बाद भी खाद्य सामग्री के दाम नहीं घटे, मुजफ्फरपुर में किसानों के साथ जनता भी परेशान
Muzaffarpur news खाने की थाली पर महंगाई की बुरी नजर। खाद के दाम बढ़ें हैं। डीजल पेट्रोल और खाद्य पदार्थों के दाम में बेतहाशा वृद्धि से गेहूं या उससे बने उत्पाद के दाम घटने के नहीं आसार। दलहन की कीमत में कमी आने की संभावना नहीं है।
मुजफ्फरपुर, जासं। बाजार में गेहूं, दलहन, तेलहन की नई उपज आने के बाद भी खाद्य सामग्री के दाम नहीं घट रहे हैं। गेहूं की सरकारी कीमत 2,015 रुपये प्रति क्विंटल हो जाने से दाम उससे नीचे जाना संभव नहीं। बाजार में 2,200 रुपये क्विंटल गेहूं की बिक्री हो रही। आटा 24 से 27 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। विभिन्न कंपनियों के पैकेजिंग आटे की कीमत मिल के आटे से तीन से दस रुपये तक अधिक है। रोहुआ के किसान रोशन कुमार कहते हैं इस बार गेहूं या उससे बने उत्पाद के दाम नहीं घटेंगे, क्योंकि डीजल और पेट्रोल के दाम में बेतहाशा वृद्धि हुई है। खाद के दाम बढ़ गए हैं। अब सरकारी रेट से नीचे जाना किसी किसान के लिए संभव नहीं। खाद्यान्न के दाम और बढ़ सकते हैं। उन्होंने तेलहन और दलहन को लेकर भी यही बातें कहीं।
बता दें 24 से 28 अप्रैल तक रिफाइन तेल पर दो-दो रुपये कर 10 रुपये बढ़ गए थे। हालांकि बाद में दाम फिर कम भी हो गए। अब 170 से 180 रुपये प्रति लीटर बिक्री हो रही है। मिर्च व मसाले पर भी 10 रुपये दाम बढ़ गए थे। 200 रुपये प्रतिकिलो बिक्री हो रही थी। अब 50 रुपये कम हुआ है। दलहन की कीमत में कमी आने की संभावना नहीं है।
दाल की प्रति किलो बढ़ी कीमत
2020 : 2021 : 2022
मसूर -50-55 : 60-65 : 80-84
चना -40-45 : 50-55 : 60-65
मूंग- 60-65 : 70-80 : 100-110
अरहर-60-65 : 70-75 : 90-100
तेल प्रति लीटर कीमत
2020 : 2021 : 2022
सलोनी-60-65 : 155-160 168-170
हाथी - 75-80 : 160-165 180-185
इंजन - 80-85 : 180-185 195-200
धारा-75-80 : 165-170 170-175
मसालों की कीमत
2020 : 2021 : 2022
सूखी मिर्च-50-60 :130-140 : 200-210
धनिया -75-80 : 90-100 : 125-130
हल्दी -80-85 : 90-95 : 100-110
एप करेगा प्रसव पूर्व जांच के लिए अलर्ट
मुजफ्फरपुर : गर्भवती माताओं को अब एप प्रसव पूर्व जांच के लिए अलर्ट करेगा। एप से पहले मड़वन में गर्भवतियों की निगरानी की जाएगी। एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। एप की खासियत है कि वह सभी गर्भवतियों और एएनएम को मैसेज भेजकर जांच की याद दिलाएगा। पिछले वर्ष जिले में प्रसव पूर्व जांच में 20 प्रतिशत की कमी देखी गई थी। उसके बाद से विभाग की ओर से यह कदम उठाया गया है। सीएस डा.यूसी शर्मा ने बताया कि एप का शुभारंभ जिलाधिकारी प्रणव कुमार करेंगे। उसके बाद एप से निगरानी शुरू हो जाएगी।