रिटायरमेंट के बाद भी पश्चिम चंपारण के दो कालेज कर्मी उठाते रहे पूरी सैलरी, रोचक मामला उजागर
West Champaran मामला उजागर होने के बाद हो रही तरह-तरह चर्चा। पूछताछ में पता चला कि विश्वविद्यालय की ओर से सेवानिवृत करने का आदेश नहीं दिया गया था। 31 अगस्त 2020 को सेवानिवृत हुए टीपी वर्मा कालेज के कर्मी। 31 दिसंबर 2021 को सेवानिवृत हो गए आरएलएसवाई कालेज के सहायक।
बेतिया, जासं। पश्चिम चंपारण में लापरवाही का अजीबो-गरीब वाक्या सामने आया है। जिले के रामलखन सिंह यादव कालेज, बेतिया एवं टीपी वर्मा कालेज नरकटियागंज के तीन कर्मी सेवानिवृति के बाद महाविद्यालय में ड्यूटी भी करते रहे और वेतन भुगतान भी लेते रहे। नरकटियागंज के टीपी वर्मा कॉलेज के कर्मी मुनीलाल प्रसाद बीते 31 अगस्त 2020 सेवानिवृत हो गए। लेकिन विश्वविद्यालय से उन्हें सेवानिवृत करने का आदेश नहीं आया, इस वजह से वे लगातार काम करते रहे और वेतन भुगतान भी होता रहा। इसी प्रकार रामलखन सिंह यादव कॉलेज के प्रधान सहायक रंजीत सिंह यादव भी बीते 31 दिसंबर 2021 को सेवानिवृत हो गए। लेकिन उन्हें भी विश्वविद्यालय ने सेवानिवृत करने का आदेश नहीं दिया।
मई सेवानिवृत हुए और जून में मिली जानकारी
वहीं रामलखन सिंह यादव कालेज के कर्मी बालमुकंद प्रसाद यादव बीते 31 मई 2022 को सेवानिवृत हुए और उन्हें जून में जानकारी मिली। नतीजतन, ये तीनों कर्मी ड्यूटी करते रहे। इनमें से दो कर्मी तो सेवानिवृति के बाद भी वेतन भुगतान लिए हैं। इधर, बीते चार जून को विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने एक पत्र जारी किया है। उसके बाद आनन- फानन में दो कर्मियों को सेवानिवृत कर दिया गया है। हालांकि सेवानिवृति के बाद काम कर वेतन लेने के मामले में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
भूल- चूक से यह स्थिति उत्पन्न बता दें कि विश्वविद्यालय की ओर से कुल 18 कालेज कर्मियों की सेवानिवृति अवधि की सूची जारी की गई है। जिसमें तीन ऐसे कर्मी हैं, जो पूर्व में सेवानिवृत हो चुके हैं और विश्वविद्यालय की ओर से बाद में सूचना दी जा रही है। रामलखन सिंह यादव कालेज के प्राचार्य डा राजेश्वर प्रसाद यादव का कहना है कि विश्वविद्यालय से पत्र मिलते हीं संबंधित कर्मी को सेवानिवृत कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के आदेशानुसार अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। भूल- चूक से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। वहीं टीपी वर्मा कालेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो. लक्ष्मीकांत राय का कहना है कि मामला सामने आया है। संबंधित कर्मी को सेवानिवृत कर दिया गया है। वेतन संबंधित मामले में कुलसचिव से बात होगी।