राशन वितरण के लिए नियमित के साथ मुफ्त अनाज का उठाव होने के बाद भी इस वजह से धीमी है गति
एसएफसी की तरफ से जिले के 3015 डीलरों के पास उपलब्ध कराया गया नब्बे फीसदी अनाज। डीलरों के घर के कई चक्कर लगाने को विवश हैं कार्डधारी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सरकार के निर्देश पर कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन में नियमित के साथ मुफ्त अनाज देने की घोषणा की गई है। सरकार के आदेश पर प्रशासन की तरफ से सभी डीलरों के पास अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है। लेकिन, उठाव की गति तेज होने के बाद भी डीलरों द्वारा उपभोक्ताओं के बीच राशन वितरण की गति धीमी है। इससे उपभोक्ताओं को अनाज लेने के लिए डीलरों के घर के कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। वहीं, डीएम का आदेश है कि वितरण में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाए।
38 फीसद अनाज वितरित
इधर, एसएफसी के जिला प्रबंधक प्रवीण कुमार दीपक ने बताया कि एसएफसी गोदामों से जिले के 3015 डीलरों के पास करीब नब्बे फीसदी अनाज के उठाव का कार्य पूरा कर दिया गया है। आपूर्ति पदाधिकारी महमूद आलम ने बताया कि सभी प्रखंडों में राशन वितरित किया जा रहा है। सोमवार तक जिले में 38 फीसद अनाज वितरित किया जा चुका है। प्रशासन की तरफ से अपील की गई है कि सभी डीलरों के पास राशन उपलब्ध करा दिया गया है। इसलिए अपने हिस्से का खाद्यान्न उपभोक्ता समय से उठा लें।
कड़ी कार्रवाई की जाएगी
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि राशन वितरण में गड़बड़ी करनेवालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी पंचायतों में वितरण की निगरानी के लिए पदाधिकारियों की तैनाती की जा चुकी है। पूर्व में गड़बड़ी की शिकायत पर दो दर्जन से अधिक डीलरों के लाइसेंस रद किए जा चुके हैं।
निर्दोषों की रिहाई तक नहीं लेंगे राशन
औराई प्रखंड के अतरार के ग्रामीणों ने निर्दोषों की रिहाई होने तक राशन नहीं लेने का निर्णय लिया है। इस कारण डीलर चार दिनों से दुकान खोलकर बैरंग लौट रहा है। बता दें कि राशन दूसरे डीलर के यहां शिफ्ट करने को लेकर हुए बवाल में बीडी, बीसीओ को बंधक बनाया गया था। लाठी चार्ज के बाद नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस संबंध में बीडीओ सह एमओ विनोद कुमार प्रसाद ने बताया कि चार दिनों से अतरार ङ्क्षहदी प्राथमिक विद्यालय में राशन वितरण को लेकर संबंधित दुकानदार दिनभर बैठकर चले जाते हैं। कोई उपभोक्ता सामान नहीं लेने जाता।