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Ayodhya Ram Mandir: कारसेवक ने सुनाई दास्तान, बोले- मंदिर वहीं बनाएंगे का संकल्प हुआ पूरा

भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद सिंह भिखारी छह दिसंबर 1992 की उस दास्तान को सुनाते कई बार भावुक हुए तो कई बार उनके चेहरे पर खुशी के भाव दिखे।

By Edited By: Published: Fri, 31 Jul 2020 02:05 AM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2020 02:05 AM (IST)
Ayodhya Ram Mandir: कारसेवक ने सुनाई दास्तान, बोले- मंदिर वहीं बनाएंगे का संकल्प हुआ पूरा
Ayodhya Ram Mandir: कारसेवक ने सुनाई दास्तान, बोले- मंदिर वहीं बनाएंगे का संकल्प हुआ पूरा

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कारसेवा को लेकर मन में गजब का उमंग था। मुजफ्फरपुर से 200 लोगों की टोली के साथ अयोध्या पहुंचे थे। वहां जानकी भवन में पड़ाव डाला। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे ताराकांत झा के नेतृत्व में बिहार की टीम थी। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद सिंह भिखारी छह दिसंबर 1992 की उस दास्तान को सुनाते कई बार भावुक हुए तो कई बार उनके चेहरे पर खुशी के भाव दिखे। मन में उत्साह है कि 'हे रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे' का संकल्प पूरा हुआ।

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 कोरोना को लेकर बहुत बंदिश होने के कारण वे भूमि पूजन में तो शामिल नहीं होंगे, लेकिन उस दिन इनके घर पर विशेष पूजा होगी तथा मिठाई बांटेंगे। उन्होंने पुरानी याद को ताजा करते हुए बताया कि वे जहां रुके थे वहीं मुरली मनोहर जोशी व लालकृष्ण अडवाणी भी थे। पांच दिसंबर की रात बेचैनी में कटी। अगली सुबह तीन बजे से ही सभी जय श्री राम का जयघोष करने लगे थे। हम भी पूजा-पाठ करने के बाद विवादित ढांचे के पास पहुंच गए।

वहां चारों ओर लोगों के सिर ही सिर नजर आ रहे थे। ढांचे पर प्रहार शुरू हुआ। मेरे हाथ भी लोहे ही एक छड़ लगी और मैं भी तोड़ने में जुट गया। देखते ही देखते पूरा ढांचा ध्वस्त हो गया। सभी झूमने लगे। एक मंच बना था। उस पर मुरली मनेाहर जोशी, लालकृष्ण अडवाणी, उमा भारती जैसे कई नेता विराजमान थे। शाम को जब अपने ठहराव स्थल पर पहुंचा तो पैर में दर्द महसूस हुआ । देखा तो पाया कि एक पैर में जख्म था। लेकिन जोश व उमंग ऐसा कि काम पूरा होने तक दर्द गायब रहा। रात में ही अ‌र्द्धसैनिक बल के जवानों ने अल्टीमेटम दिया कि अभी अयोध्या को खाली कर दें। उसी समय कूच करना पड़ा। सात दिसंबर को हम मुजफ्फरपुर लौटे।

17 मुकदमे दर्ज हो गए

भिखारी सिंह ने बताया कि विवादित ढांचा ढहने के बाद उत्तर प्रदेश समेत कई जगह भाजपा की सरकार को केंद्र सरकार ने गिरा दिया। इसके कारण जिले के जिस-जिस जगह पर शांति पूर्ण जुलूस निकलता, वहां एक केस होता और उसमें उनका नाम जरूर आ जाता। जिलाध्यक्ष होने के नाते 17 मुकदमे दर्ज हो गए। डेढ़ माह तक तो जेल में भी रहे। लेकिन सबसे बरी हुए। एक मुकदमा अंतिम चरण में है।


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