मुजफ्फरपुर के सीढ़ी घाट व अखाड़ा घाट से हटेगा अतिक्रमण, डीएम ने दिया आदेश
डीएम ने जारी पत्र में कहा कि नमामि गंगे योजना के तहत सीढ़ी घाट एवं अखाड़ाघाट का जीर्णाेद्धार किया जाना है। मुजफ्फरपुर नदी तट विकास योजना का यह काम अतिक्रमण के कारण पूरा नहीं हो पा रहा है। पूर्व में भी निर्देश जारी किया गया था।
मुजफ्फरपुर, जासं। नमामि गंगे योजना को पूरा करने की राह में अतिक्रमण की बाधा सामने आ गई है। इसे देखते हुए डीएम प्रणव कुमार ने बूढ़ी गंडक के सीढ़ी घाट एवं अखाड़ाघाट से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है। डीएम ने एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश को दोनों घाटों से शीघ्र अतिक्रमण हटवाने को कहा है।
डीएम ने जारी पत्र में कहा कि नमामि गंगे योजना के तहत सीढ़ी घाट एवं अखाड़ाघाट का जीर्णाेद्धार किया जाना है। मुजफ्फरपुर नदी तट विकास योजना का यह काम अतिक्रमण के कारण पूरा नहीं हो पा रहा है। घाट को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए पूर्व में भी निर्देश जारी किया गया था। इन घाटों से अब तक अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका। डीएम ने उक्त घाटों से शीघ्र अतिक्रमण हटाते हुए इसकी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
कालेजों में एक साथ इंटर की प्रायोगिक व स्नातक की परीक्षा, उमड़ेगी विद्यार्थियों की भीड़
मुजफ्फरपुर : इंटर के प्रैक्टिकल और स्नातक तृतीय वर्ष के अनिवार्य पेपर की परीक्षा एक साथ कालेजों में होगी। ऐसे में अत्याधिक भीड़ उमडऩे की संभावना है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच शिक्षक और कर्मचारियों के बीच इसको लेकर भय का माहौल है। शिक्षकों ने कहा कि विवि की परीक्षा का शिड्यूल पहले से था। ऐसे में इंटर की प्रायोगिक परीक्षा से कालेजों में अत्याधिक भीड़ उमड़ेगी। स्नातक तृतीय वर्ष का भी अनिवार्य पेपर है। इसमें साइंस, कामर्स और आर्ट तीनों संकाय के विद्यार्थी शामिल होंगे। ऐसे में कालेजों में अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आरबीबीएम कालेज प्रबंधन ने भीड़ से बचने को लेकर इंटर की प्रायोगिक परीक्षा को 13 जनवरी से रिशिड्यूल कर दिया है। कालेज की ओर से बताया गया कि परिसर में अत्याधिक भीड़ नहीं लगे इसके लिए इंटर की प्रायोगिक परीक्षा की तिथि पुर्ननिर्धारित की गई है। इंटर में परीक्षार्थियों की संख्या करीब 60 हजार होगी। वहीं स्नातक में भी 80 हजार परीक्षार्थी हैं।