गलती विभाग की, भुगत रहे उपभोक्ता, बिजली बिल बढ़ा रहा परेशानी
विद्युत विभाग व्यवस्था को पटरी पर लाने के बजाय उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ाता जा रहा है।
मुजफ्फरपुर। विद्युत विभाग व्यवस्था को पटरी पर लाने के बजाय उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ाता जा रहा है। विभाग की गलती का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। एक ओर जहां बिजली बिल नहीं मिलने से उन पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। वहीं, किसी तरह बिल हासिल भी कर लिया तो उसमें सुधार के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं। दर्जनों उपभोक्ता दैनिक जागरण के जारी किए गए वाट्सएप नंबर पर अपनी समस्या बता रहे हैं।
रामदयालुनगर अतरदह-आनंद मार्ग मोहल्ला निवासी अरुण सहनी ने कंज्यूमर आइडी-134100018242 पर बिल निकलवाया तो उसमें नाम तो सही मिला, लेकिन पता बदला हुआ है। पता के रूप में आलमपुर टोला आलमपुर सिमरीपंच-आलमपुर सिमरी, ब्लॉक औराई लिखा है। उक्त मोहल्ले में ये समस्या एक-दो लोगों की नहीं है। जनकारी देवी व सीताराम शर्मा सहित अन्य कई लोगों ने मैसेज भेजकर इसकी जानकारी दी है। मुजफ्फरपुर अधीक्षण अभियंता रीतेश कुमार ने पूछे जाने पर इससे अनभिज्ञता जाहिर की है।
बिजली काउंटर पर होता रहा हंगामा
प्रत्येक महीने बिजली बिल का भुगतान करने वाले उपभोक्ता भी परेशान हैं। उन्हें पिछले महीने का बिल जोड़कर भेजा जा रहा है। इससे शनिवार को रामदयालु विद्युत कांउटर पर बिल जमा करने आए लोग हंगामा करते रहे। शेरपुर गांव की माधुरी कुमारी को प्रत्येक महीने पांच से छह सौ रुपये तक का बिजली बिल आता है। एनबीपीडीसीएल की नई व्यवस्था के तहत इस बार उन्हें 12 हजार रुपये से अधिक का बिल आया है। चकमुरपुर में रहने वाले पंडित प्रभात मिश्र का बिजली बिल पांच हजार रुपये से अधिक का है, जबकि विभाग पर उनका 6500 रुपये एडवांस जमा है। उनको भी पिछले महीने का बिल जोड़कर भेजा गया है।
नहीं भेजा जा रहा बिल
खबड़ा गांव निवासी एसके झा ने रीडिंग नहीं लेने और बिल नहीं मिलने की शिकायत की है। पारू के कटारूछाप गांव निवासी नरेंद्र प्रसाद ने बिल नहीं मिलने की शिकायत की है। इसके साथ ही संतोष कुमार, विजय कुमार, अरुण मंडल, अमन कुमार, भारती कुमार आदि का कहना है कि बिजली बिल विभाग द्वारा नहीं भेजा जा रहा है। इससे उन्हें परेशानी हो रही है। देर से बिल मिलने से उन्हें विलंब दंड का भी भुगतान करना पड़ेगा। इन लोगों ने विभाग से समय से बिल भेजने और इसे सही कराने की माग की है।
पूर्व से चली आ रही गड़बड़ी में नहीं किया जा रहा सुधार
बिजली विभाग से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि एस्सेल के समय भी इसी तरह की गड़बडि़यां आ रही थीं। इन्हें ठीक नहीं किया जा रहा है। इसी कारण से एनबीपीडीसीएल की साइट से निकलने वाले बिलों में गड़बड़ी आ रही हैं। एस्सेल के लिए गए डाटा में भारी गड़बड़ी होने से परेशानी आ रही है। अगर उपभोक्ता को ज्यादा राशि का बिल आ गया है तो सीधे मेरे कार्यालय में आवेदन दें। उसमें सुधार किया जाएगा।
पंकज कुमार, कार्यपालक अभियंता