खसरा-रूबेला में 85 फीसद उपलब्धि प्राप्त, 14.24 लाख बच्चों का किया गया टीकाकरण
टीकाकरण से न्यूमोनिया डायरिया और जन्मजात विकृतियों से होता है बचाव 15 मार्च तक छूटे हुए बच्चों के लिए वैक्सीन लगाना निर्धारित है।
समस्तीपुर, जेएनएन। खसरा-रूबेला टीकाकरण में लगभग 85 फीसद उपलब्धि प्राप्त कर ली गई है। यह खुलासा शनिवार को कार्यालय कक्ष में समीक्षा के क्रम में हुआ। एक मार्च तक जिला में अधिकतर विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 9 माह से 15 वर्ष तक के लगभग 14, 24, 319 बच्चों को खसरा-रूबेला वैक्सीन का टीकाकरण किया गया है। 15 मार्च तक छूटे हुए बच्चों के लिए वैक्सीन लगाना निर्धारित है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने कहा कि जिला में अभी भी बहुत से बच्चे विशेषकर मैट्रिक के परीक्षार्थी खसरा-रूबेला टीकाकरण से वंचित है। उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे भयमुक्त होकर 9 माह से 15 वर्ष के बच्चों को अवश्य टीका लगवाएं और अफवाहों से बचें।
खसरा-रूबेला टीका से बच्चों को न्यूमोनिया, डायरिया के साथ-साथ जन्मजात विकृतियों जैसे बहरापन, अंधापन, मंदबुद्धि, हृदय रोग जैसी बीमारियों और असमय मृत्यु से बचाव होता है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर छूटे हुए बच्चों के लिए 15 मार्च तक उपलब्ध रहेगा। मौके पर डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. सुधानंद, यूनिसेफ के एसआरटीसी ओंकार ङ्क्षसह, जिला प्रतिरक्षण कार्यालय के सुमित कुमार उपस्थित रहे।
84 प्रतिशत से कम उपलब्धि पर है नौ संस्थान
खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान में निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति को महकमा गंभीर हो गया है। इसमें मोहिउद्दीनगर, सरायरंजन, शिवाजीनगर, वारिसनगर, कल्याणपुर, हसनपुर, उजियारपुर, समस्तीपुर शहरी और विभूतिपुर प्रखंड में निर्धारित लक्ष्य में उपलब्धि 84 प्रतिशत से कम है। विद्यापतिनगर प्रखंड ने 99.7 प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर टॉप पर चल रहा है। वहीं विभूतिपुर प्रखंड 69 प्रतिशत के साथ अंतिम पायदान पर है।