शहर में बंद होगा ऑटो का परिचालन, ई-रिक्शा को दिया जाएगा बढ़ावा
महापौर ने 16 जनवरी को बुलाई निगम बोर्ड की बैठक, रखे 15 प्रस्ताव, कार्य लंबित रखने वाले संवेदक नहीं ले पाएंगे नया काम।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर में जल्द ही डीजल और पेट्रोल चालित ऑटो का परिचालन बंद हो जाएगा। इन ऑटो के स्थान पर ई-रिक्शा को बढ़ावा दिया जाएगा। शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए डीजल एवं पेट्रोल चालित ऑटो का परिचालन निगम प्रशासन बंद करेगा। शहर की हवा को प्रदूषित करने में डीजल एवं पेट्रोल चालित ऑटो मुख्य भूमिका निभा रहे है। लोगों को प्रदूषण से मुक्त करने की दिशा में नगर निगम प्रशासन द्वारा लिया गया निर्णय काफी महत्वपूर्ण होगा।
विकास कार्य लंबित रखने वाले संवेदक को नहीं मिलेगा काम
विकास कार्य लंबित रखने वाले किसी भी संवेदक को नया काम नहीं दिया जाएगा। इन फैसलों पर नगर निगम बोर्ड अपनी मुहर लगाएगा। साथ ही, विभिन्न मामलों में पकड़कर थानों के बाहर सड़क पर लगाए गए वाहनों को हटाने के फैसले पर बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
नगर निगम बोर्ड की बैठक 16 जनवरी को
महापौर सुरेश कुमार ने 16 जनवरी को नगर निगम बोर्ड की बैठक बुलाई है। नगर आयुक्त को पत्र लिखकर उन्होंने इसकी सूचना पार्षदों को देने का निर्देश दिया है। बैठक में विमर्श के लिए महापौर ने अपनी तरफ से एक दर्जन एजेंडा तय किए हैं, जिनमें ऑटो के परिचालन पर रोक का प्रस्ताव भी शामिल है। बैठक में महापौर ने उपभोक्ताओं पर विद्युत सेस लगाने संबंधी नगर विकास विभाग के निर्देश की जानकारी बोर्ड रखने को कहा है। बैठक में निगम मद से सभी वार्ड पार्षदों के घर पर नेम प्लेट लगाने संबंधी निर्णय लिए जाएंगे।
बैठक में विमर्श के लिए रखा गया मुख्य प्रस्ताव
-नया पंप लगाने एवं पंपों पर कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति।
-खुले नालों पर स्लैब एवं खतरनाक मैनहोल की मरम्मत।
-जनवितरण प्रणाली दुकानदारों द्वारा बरती जा रही अनियमितता की जांच।
-गुरुद्वारा गली के निर्माण का कार्यादेश निकाला जाएगा।
-निगम क्षेत्र स्थित सभी सामुदायिक भवनों से अतिक्रमण हटाया जाएगा।