Bihar Board 12th Enrollment 2020: इंटर में नामांकन के लिए मेधा सूची में देरी से अधिकतर कॉलेजों में शुरू नहीं हो सकी प्रक्रिया
BSEB Bihar Board 12th Enrollment 2020 बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से शुक्रवार को इंटर में नामांकन के लिए पहली मेधा सूची देर से जारी की गई।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से शुक्रवार को इंटर में नामांकन के लिए पहली मेधा सूची देर से जारी की गई। इससे पहले दिन अधिकतर कॉलेजों और प्लस टू स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। कुछ संस्थानों में नामांकन का खाता खुला। कॉलेज और स्कूलों में इंटर में दाखिला लेने के लिए अंकपत्र, प्रमाणपत्र और एसएलसी के लिए विद्यार्थी पहुंचे थे। अनुमान है कि शनिवार से नामांकन में तेजी आएगी। कैंपस में भीड़ नहीं लगे इसके लिए एलएस कॉलेज, एमडीडीएम कॉलेज समेत कई संस्थानों ने ऑनलाइन नामांकन की सुविधा दी है।
हालांकि, प्रमाणपत्र के लिए पहुंचे विद्यार्थियों को जलजमाव से परेशानियों का सामना करना पड़ा। एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ.ओमप्रकाश राय, एसएनएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ.सुबोध सिन्हा, एमडीडीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ.कनुप्रिया और आरडीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ.ओपी ¨सह ने कहा कि दोपहर बाद मेधा सूची जारी की गई। वहीं, विद्यार्थियों के पास नामांकन के लिए आवश्यक दस्तावेज भी रखना जरूरी है।
ऐसे में शनिवार से नामांकन की गति बढ़ने का अनुमान है। संक्रमण को देखते हुए कुछ संस्थानों ने शारीरिक दूरी के पालन के लिए अलग-अलग काउंटर खोले हैं। नामांकन के लिए ये कागजात जरूरी दसवीं का अंकपत्र, एडमिट कार्ड व एसएलसी, रजिस्ट्रेशन, जाति प्रमाणपत्र (जो इसके योग्य हों), आधार कार्ड और पांच फोटो के साथ ही अन्य आवश्यक जानकारी। इसके अलावा दूसरे बोर्ड के विद्यार्थियों को अपना माइग्रेशन भी अपलोड करना होगा या फॉर्म के साथ जमा करना होगा।
जिले के 28 हजार परीक्षार्थियों को मिलेगा ग्रेस का लाभ
मैट्रिक और इंटर में जिले के करीब 28 हजार परीक्षार्थियों को ग्रेस देकर पास करने का लाभ मिलेगा। दरअसल, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मैट्रिक व इंटर में अधिकतम दो विषयों में फेल होने वाले विद्यार्थियों को ग्रेस देकर पास करने का निर्णय लिया गया है। जिले में ऐसे विद्यार्थियों की संख्या करीब 28 हजार है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मैट्रिक में लगभग 15 व इंटर में 13 हजार छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। बता दें कि बोर्ड के इस निर्णय से विद्यार्थियों को कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए फॉर्म नहीं भरना होगा। साथ ही रिजल्ट का इंतजार किए बगैर इसी सत्र में नामांकन लेने का भी अवसर मिलेगा। इससे विद्यार्थियों का एक वर्ष बर्बाद होने से बच जाएगा।