दरभंगा में कोविड-19 टीकाकरण से पहले डीएमसीएच समेत तीन अस्पतालों में ड्राइ रन
सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के आलोक में कोविड-19 टीकाकरण अभियान से पहले दरभंगा जिले में डीएमसीएच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरपुर एवं शहर के निजी अस्पताल पारस हॉस्पिटल में ड्राइ रन कर तैयारियों का जायजा लिया गया। जिलाधिकारी ने तैयारियों पर संतोष जताया है।
दरभंगा, जागरण संवाददाता। : कोरोना संक्रमण से बचाव को प्रस्तावित कोविड-19 टीकाकरण अभियान से पहले शुक्रवार को जिले में ड्राइ रन कर तैयारियों का जायजा लिया गया। इस दौरान उत्तर बिहार के प्रसिद्ध दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (डीएमसीएच) , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बहादुरपुर, एवं शहर के निजी अस्पताल पारस हॉस्पिटल में ड्राइ रन के माध्यम से व्यवस्था देखी गई। जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एसएम स्वयं रन में शामिल रहे। स्वास्थ्य कॢमयों के साथ उन्होंने पूरी व्यवस्था को देखा। इस दौरान तैयारियों के स्तर को गंभीरता से देखने के बाद डीएम ने संतोष व्यक्त किया। हालांकि, कुछ जगहों पर मामूली कमियों को रेखांकित करते हुए इसे ठीक कर लेने की बात कही।
जिलाधिकारी ने बताया कि ड्राइ रन सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के आलोक में किया गया है। इस दौरान प्लानिंग क्रियान्वयन और रिपोॄटग की व्यवस्था को देखा गया है। तीनों स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर तरीके से पूर्वाभ्यास किया गया है। कुछ मामूली कमियां नजर आईं, जिन्हें ठीक कर लेंगे। टीकाकरण चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसे हर हाल में बेहतर तरीके से कराएंगे।
हरेक प्रक्रिया की ली गई जानकारी
निरीक्षण के दौरान डीएम ने प्रथम वैक्सीनेशन ऑफिसर, द्वितीय वैक्सीनेशन ऑफिसर से लाभाॢथयों के सत्यापन के संबंध में जानकारी प्राप्त की। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर के डॉ. रोमी कुमारी का डम्मी टीकाकरण किया गया।
डीएम ने छोटा सीरिंज एवं नीडल डिस्ट्रॉयर देखकर इसे अधिक संख्या में मंगा लेने के निर्देश दिए। इस दौरान टीका देनेवाली एएनएम अनिता कुमारी एवं रजनी कुमारी ने लाभार्थी डॉ रोमी कुमारी को बताया कि 30 मिनट तक आपको ऑब्जरवेशन रूम में बैठना है तथा घर जाने के बाद यदि कोई समस्या उत्पन्न हो तो इमरजेंसी नंबर पर कॉल करेंगे।
जिलाधिकारी ने ऑब्जरवेशन रूम का मुआयना किया तथा वास्तविक टीकाकरण की तैयारी को लेकर सिविल सर्जन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा से वार्ता की। मौके पर उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. मणि भूषण शर्मा, वरीय उप समाहर्ता गौरव शंकर, डब्ल्यूएचओ के डॉ वासव राज, केयर की जिला समन्वयक श्रद्धा झा एवं डीपीएम विशाल कुमार सहित संबंधित चिकित्सक एवं कर्मी उपस्थित थे।
यह है प्रोटोकॉल
बता दें कि ड्राइ रन के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रोटोकॉल बनाया है। कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रत्येक टीकाकरण स्थल पर तीन कमरे होंगे। एक से प्रवेश, दूसरे में टीकाकरण एवं तीसरे कमरे से निकास होगा। प्रत्येक दल में चार कर्मी होंगे और एक पदाधिकारी होंगे। सभी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
प्रवेश स्थल पर प्रथम वैक्सीनेशन
ऑफिसर उपस्थित रहेंगे। वे देखेंगे कि पंजीकृत लाभार्थी हैं और वो अपने हाथ को धोने या सैनिटाइज करने के बाद ही आगे बढ़ें। गैर पंजीकृत लाभार्थी को आगे के मार्गदर्शन और परामर्श के लिए चतुर्थ वैक्सीनेशन ऑफिसर के पास भेजा जाएगा। पहले कमरे में बने प्रतीक्षालय में टीकाकरण को आनेवाले व्यक्ति के तापमान की जांच की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उसने फेस मास्क पहना है। फिर उसे प्रतीक्षालय में अपनी बारी का इंतजार करना होगा। बारी आने पर वह टीकाकरण कमरे में दाखिल होगा। जहां आधार कार्ड या अन्य फोटोयुक्त सरकारी कार्ड से सत्यापन होगा। टीकाकरण के बाद लाभार्थी ऑब्जरवेशन रूम में 30 मिनट तक रखने के बाद उसे बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी।
टीकाकरण स्थल पर भीड़ नहीं हो इसके लिए पंजीकृत लाभाॢथयों को निर्धारित तिथि के पूर्व मोबाइल पर मैसेज मिलेगा।
लाभाॢथयों को दी जाएगी टीका की जानकारी
टीकाकरण के बाद लाभाॢथयों को बताया जाएगा कि उन्हेंं कौन-सा कोविड टीका दिया गया है। अगर उन्हेंं किसी प्रकार की परेशानी होगी तो वे निकट के अपने आशा, एएनएम, चिकित्सा पदाधिकारी से संपर्क करेंगे। लाभार्थी को टीकाकरण की दूसरी खुराक की सूचना भी एसएमएस के द्वारा दी जाएगी। टीकाकरण के बाद भी उन्हेंं कोविड-19 से सुरक्षा के लिए जारी निर्देशों का पालन करते रहना होगा।