बेतिया में मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों के टीकाकरण के लिए चल रहा ड्राई रन
West Champaran हाईस्कूल और कालेजों में चलेगा अभियान 25 जनवरी तक सभी परीक्षार्थियों को टीका लगाने का लक्ष्य कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए करें गाइडलाइन का पालन 25 जनवरी तक सभी परीक्षार्थियों को वैक्सीन देने का लक्ष्य निर्धारित है।
बेतिया (पचं), जासं। परीक्षार्थियों को परीक्षा से पहले कोरोना वैक्सीन की डोज दी जाएगी। इसके लिए स्पेशल ड्राई रन चलेगा। ड्राई रन के माध्यम से 15 से 18 आयुवर्ग के वैसे किशोर की खोज की जाएगी जो अगले माह होने वाली दसवीं,ग्यारहवीं और 12वीं की परीक्षा में शामिल होंगे। उन्हें चिन्हित किया जाएगा। ऐसे परीक्षार्थियों के लिए विशेष कैंप का आयोजन किया जाएगा और उन्हें टीका दी जाएगी।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अवधेश कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि अगले माह में दसवीं,ग्यारहवीं और 12वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए स्पेशल ड्राई रन चला कर टीकाकरण किया जाना है। 25 जनवरी तक सभी परीक्षार्थियों को वैक्सीन देने का लक्ष्य निर्धारित है। बता दें कि जिले में 3 जनवरी से 15 से 18 आयुवर्ग के किशोर किशोरियों के लिए टीकाकरण अभियान चल रहा है। अब तक 89 हजार 385 किशोर-किशोरियों को कोरोना की पहली डोज दी गई है। अब सरकार का विशेष फोकस वैसे किशोर व किशोरियों पर है जो मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में शामिल होने वाले हैं।
लापरवाही की हद, बिना मास्क पहने बजार में घूम रहे हैं लोग
जिले में एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढऩी शुरू हो गई है। पिछले बार की अपेक्षा इस बार संक्रमण का फैलाव तेजी से हो रहा है। बावजूद लोग चेत नहीं रहे हैं। जिले के विभिन्न इलाकों में गाइड लाइन का खुलम खुला उल्लंघन हो रहा है। लोग बिना मास्क पहने बाजार और सार्वजनिक जगहों पर घूम रहे हैं। प्रशासन के निर्देश के बाद भी कोरोना से बचाव के लिए कोई माकूल प्रबंध नहीं है।
नियमों का सरेआम उल्लंघन हो रहा है। सब्जी, मंडी फल दुकान से डरावनी तस्वीरें आ रही है। यहां खतरे से बेपरवाह लोग नियमों का उल्लंघन कर खरीदारी कर रहे हैं। 2 गज की दूरी का नियम बेमानी हो गया है। आम लोगों के अलावा दुकानदार भी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। प्रशासनिक कडाई नहीं होने से लोग लापरवाह बने हुए हैं। सुमित कुमार ने कहा कि खतरे के बाद भी यह लापरवाही खतरनाक है। कुछ लोगों के कारण सब का जीवन खतरे में पड़ सकता है। संजय ङ्क्षसह ने कहा प्रशासन को कडाई करनी चाहिए। कलाई नहीं होने के कारण लोग बेपरवाह बने हैं। सख्ती के बाद ही कोरोना का चेन तोड़ा जा सकता है।