सड़क हादसे में Brain dead घोषित हो चुके बेटे काे पिता के इस फैसले ने बना दिया 'अमर'
Road accident in Muzaffarpur कांटी थाना के सरमसपुर में पिछले दिनों हुई सड़क दुघर्टना में डीहजीवर गांव के एक दर्जन लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। ब्रेन डेड घोषित बेटे का अंगदान कर पिता ने उसे अमर बनाया। बताया गया कि कांटी थाना के सरमसपुर में पिछले दिनों हुई सड़क दुघर्टना में डीहजीवर गांव के एक दर्जन लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी। जबकि गंभीर रूप से घायल रवींद्र कुमार साह के पुत्र रोहित को पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था। चिकित्सक ने सोमवार को ब्रेन डेड (मानसिक रूप से मृत) घोषित कर दिया। उसके बाद युवक के पिता ने मंगलवार को आइजीआइएमएस के अधीक्षक से मिलकर बेटे के अंगदान की इच्छा जताई जिसे अधीक्षक ने स्वीकार कर लिया। बुधवार को अंगदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पिता को बेटे का शव सौंप दिया गया।
बेटे की मौत का सदमा
इस संबंध में मृतक रोहित कुमार के पिता रवींद्र कुमार साह ने कहा कि अपने जवान बेटे की मौत का सदमा शायद वे कभी नहीं झेल पाएंगे। आइजीआइएमएस के चिकित्सक ने इलाज के दौरान ब्रेन डेड घोषित कर दिया। तब उसके जीवित होने की अंतिम संभावना भी खत्म हो गई। तब उन्हें दूसरों का जीवन बचाने का ख्याल आया। इसके जरिए वे अपने बेटे को जीवित रखना चाहते हैं। अंगदान का निर्णय इसलिए लिया कि मेरे बेटे के अंग से किसी दूसरे की जान बच जाएगी तो समझेंगे कि वह जीवित है।
लीवर व किडनी दान कर दी गई
आखिरकार उनकी इच्छा को ध्यान में रखते हुए रोहित के लीवर व किडनी दान कर दी गई। बता दें कि सात मार्च को काटी के सरमसपुर में हुई सड़क दुघर्टना में डीहजीवर गांव के 12 लोगों की मौत हुई थी एवं तीन घायल हो गए थे। इसमें रोहित को गंभीर हालत में आइजीआइएमएस पटना में भर्ती कराया गया था। वहां इलाज के दौरान चिकित्सक ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया।