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हड़ताल पर रहे 'धरती के भगवान', इमरजेंसी छोड़ सभी सेवाएं बाधित Muzaffarpur News

निजी क्लीनिक बंद एसकेएमसीएच के आउटडोर को भी कराया बंद। मरीजों को हुई परेशानी चिकित्सकों ने किया प्रदर्शन।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 12:48 PM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 12:48 PM (IST)
हड़ताल पर रहे 'धरती के भगवान', इमरजेंसी छोड़ सभी सेवाएं बाधित Muzaffarpur News
हड़ताल पर रहे 'धरती के भगवान', इमरजेंसी छोड़ सभी सेवाएं बाधित Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) के खिलाफ आइएमए की ओर से हड़ताल के कारण निजी क्लीनिक में चिकित्सा सेवा ठप रही। इमरजेंसी सेवा मरीजों को मिलती रही। सरकारी अस्पताल में आउटडोर व इनडोर सेवा पहले की तरह चल रही है। हड़ताली चिकित्सकों ने एसकेएमसीएच पहुंचकर आउटडोर सेवा बंद कराई। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। एसकेएमसीएच के छात्रों ने भी प्रदर्शन किया।

24 घंटे की हड़ताल पर चिकित्सक
आइएमए के नेशनल कार्यकारिणी सदस्य डॉ. संजय कुमार ने बताया कि यह देशव्यापी हड़ताल है। विरोध में बुधवार को आइएमए की ओर से जिले केचिकित्सकों ने 24 घंटे की हड़ताल शुरू की है। कहा कि केंद्र सरकार का यह अव्यावहारिक फैसला है। एनएमसी बिल के सेक्शन 32 में 3.5 लाख नॉन मेडिकल व्यक्ति को लाइसेंस देकर सभी प्रकार की दवा लिखने व इलाज करने का कानूनी अधिकार दिया जा रहा है। अगर सरकार ऐसे लोगों को दवा लिखने और इलाज करने की मान्यता देगी तो ये झोलाछाप को कानूनी तौर पर मान्यता देना है। उन्होंने बताया कि बिल में कई स्तर पर कमी हैं। सभी पावर सरकार केहाथ में चला जाएगा। इसमें फीस स्ट्रक्चर भी सही से तय नहीं है। हमारी मांग है कि इलेक्टेड मेंबर की संख्या बढ़ाई जाए। डॉ. कुमार ने बताया कि इस हड़ताल में सभी निजी डॉक्टर, एसकेएमसीएच के चिकित्सक शामिल हैं। इमरजेंसी छोड़कर सभी सेवाएं बाधित हैं।
इधर एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. सुनील शाही ने बताया कि आउटडोर सेवा को चिकित्सकों ने बंद कराया है। लेकिन, इमरजेंसी सेवा चल रही है। कोई मरीज इलाज के बगैर वापस नहीं हो यह कोशिश है।
सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक सारी सेवाएं मिल रही हैं। कोई चिकित्सक हड़ताल पर नहीं हैं। वह खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं।

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