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क्या टीकाकरण के वक्त बच्चे के रोने से आप भी हो जाते हैं परेशान, घबराएं नहीं, सरकार की इस व्यवस्था से बच्चे का बहलेगा मन

सदर अस्पताल में बनना है मॉडल इम्युनाइजेशन कॉर्नर। दीवारों पर बनेंगे बच्चों के पसंद के कार्टून खेलने का भी होगा व्यापक इंतजाम। खेल-खेल में टीका देने की चल रही तैयारी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 09 Sep 2020 01:21 PM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 01:21 PM (IST)
क्या टीकाकरण के वक्त बच्चे के रोने से आप भी हो जाते हैं परेशान, घबराएं नहीं, सरकार की इस व्यवस्था से बच्चे का बहलेगा मन
क्या टीकाकरण के वक्त बच्चे के रोने से आप भी हो जाते हैं परेशान, घबराएं नहीं, सरकार की इस व्यवस्था से बच्चे का बहलेगा मन

समस्तीपुर, [ प्रकाश कुमार ]। इंजेक्शन लगने के नाम से ही बड़ों की भी हालत खराब लगती है, बच्चे तो फिर भी बच्चे हैं। समस्तीपुर में टीकाकरण केंद्र की नई अवधारणा बच्चों में इंजेक्शन के डर को बाहर निकाल देगी। दरअसल सदर अस्पताल में मॉडल इम्यूनाइजेशन सेंटर बनाया जाना है। बिहार मेडिकल सर्विसेज एवं इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएमएससीएल) द्वारा इम्युनाइजेशन सेंटर को विकसित किया जाना है। दो वर्ष पूर्व ही स्वीकृति मिली थी। इसके लिए जिला स्तर पर एक कमरे का चयन कर लिया गया है।

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ये होगी व्यवस्था

कमरे की दीवारों पर बच्चों के पसंद के कार्टून और उनके चित्र, अभिभावकों के बैठने के लिए सोफे की व्यवस्था और नन्हे-मुन्नों के खेलने का भी इंतजाम होगा। जल्द ही इम्यूनाइजेशन कार्नर का यह कारपोरेट लुक अब बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को भी लुभाएगा। खास बात यह होगी इस तरह की व्यवस्था होने के बाद बच्चे यहां इंजेक्शन से नहीं डरेंगे। क्योंकि, वहां दीवारों पर बना कार्टून उनका मन बहलाएगा। साथ ही खेलने-कूदने की व्यवस्था भी उनको सुखद अहसास कराएगा।

खेल-खेल में बच्चों को दिया जाएगा टीका

सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण के दौरान इंफेक्शन की आशंका का डर अब लोगों को नहीं सताएगी। चिह्नित अस्पतालों को सरकार मॉडल के रूप में विकसित किया जाना है। स्थानीय सदर अस्पताल के टीकाकरण केंद्र को भी आधुनिक सुविधाओं से युक्त मॉडल इम्यूनाइजेशन सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस मॉडल टीकाकरण केंद्र में पहले बच्चों को आराम से सोफा पर बिठाया जाएगा। फिर उन्हें खेलने के लिए खिलौना भी दिया जाएगा। जब बच्चे खिलौना खेलने में मशगूल हो जाएंगे तो उन्हें टीका दे दिया जाएगा। वह भी इस ढंग से कि उन्हें दर्द का एहसास ही न हो।

बीमारियों से बचाव को लग रहे टीके

स्वास्थ्य संस्थानों में संचालित टीकाकरण केंद्र में बच्चों को एक दर्जन जानलेवा बीमारियों के टीके लग रहे है। सिविल सर्जन डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि इसमें पोलियो, टीबी, पीसीवी, न्यूमोनिया, खसरा एवं जापानी इंसेफेलाइटिस के टीके लगाए जा रहे है। इसके अलावा पेंटावैलेंट टीका से पांच प्रकार की बीमारियों से बचाव होता है। इसमें टिटनस, हेपेटाइटिस-बी, हीब, कुकुर खांसी, डिप्थिरिया का टीका शामिल है। रोटावायरस और रुबेला का भी टीका शामिल है।  


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