मुजफ्फरपुर में स्कूल में रात्री प्रहरी की नियुक्ति में गड़बड़ी, आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक को बनाया बंधक
ग्रामीणों ने इस पद के लिए सत्येंद्र राय की नियुक्ति अवैध करार दिया। इतना ही नहीं प्रधानाध्यापक को स्कूल में ही बंधक बना लिया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन । साहेबगंज प्रखंड अंतर्गत राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, सारंगपुर(रूपछपरा) में रात्री प्रहरी के पद पर नियुक्ति में अनियमितता का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने इस पद के लिए सत्येंद्र राय की नियुक्ति अवैध करार दिया। इतना ही नहीं प्रधानाध्यापक को स्कूल में ही बंधक बना लिया।
वरीय अधिकारी को दी बंधक बनाए जाने की जानकारी
विद्यालय के प्रधानाध्यापक राधारमण साह ने ग्रामीणों द्वारा स्वयं को बंधक बनाए जाने की जानकारी वरीय अधिकारियों को मोबाइल पर दी। लोगों को कहना था कि पूर्व प्रधानाध्यापक सुबोध सिंह ने 23 मार्च 2020 को फर्जीवाड़ा करते हुए बगैर बैठक बुलाए सत्येन्द्र राय को नियुक्त कर दिया। जबकि इसके लिए विद्यालय शिक्षा समिति की न तो बैठक बुलाई गई और न ही नियोजन के लिए गांव वालों को सूचना दी गई। इसी बीच सुबोध सिंह अवकाश प्राप्त हो गए। विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव मंजू देवी ने बताया कि कभी भी स्कूल में संबंधित नियोजन को लेकर बैठक नहीं बुलाई गई। न ही उनसे कोई अभिलेख पर हस्ताक्षर कराया गया।
हो रहे विरोधी दावे
वर्तमान प्रधानाध्यापक का कहना है कि अब पूर्व से नियुक्त रात्री प्रहरी को योगदान कराने हेतु जिला मुख्यालय से विद्यालय को पत्र आया है। इसका लोग पुरजोर विरोध कर रहे हैं। विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष शिवनाथ राय उक्त नियुक्ति को वैध बताया। उनका कहना था कि रात्री प्रहरी की नियुक्ति हेतु पूर्व प्रधानाध्यापक ने 12 अक्टूबर 2019 को नोटिस जारी करते हुए बैठक बुलाई थी। मौके पर रामकुमार यादव ,नंदकिशोर यादव ,पूर्व मुखिया योगेन्द्र राय ,शंभूशरण यादव,अनिल यादव तथा विश्वनाथ राय थे।