शराब माफिया की संपत्ति जब्त कराने में सुस्त रही है जिला पुलिस
आठ लोगों की जब्त की जानी है संपत्ति, पांच वर्षों से चल रहा मामला। धीमी गति पर ईसीयू के एडीजी जता चुके हैं नाराजगी, मजबूती से पक्ष रखने की जवाबदेही।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले के शराब माफियाओं की परिसंपत्ति जब्त कराने में जिला स्तर से सुस्ती रही है। आठ शराब माफियाओं के खिलाफ पांच वर्षों से कार्रवाई चल रही। मगर, कमजोर पक्ष रखे जाने से यह मामला लंबित है। इस सुस्ती को लेकर पिछले दिनों आर्थिक अपराध इकाई (ईसीयू) के एडीजी ने चिंता जताई थी। साथ ही डीएम व एसएसपी को पत्र लिखकर न्यायालय में चल हे मामले में मजबूती से पक्ष रखने को कहा है।
एडीजीपी ने कहा था कि कमजोर पक्ष रखे जाने से ही पांच-छह वर्षों से यह मामला लंबित है। ऐसा प्रतीत हो रहा कि डीएम, एसएसपी व जिला अभियोजन पदाधिकारी इसे गंभीरता से न लेकर महज खानापूरी कर रहे। इन शराब माफियाओं की संपत्ति जब्त होने से राज्य में चल रही शराबबंदी अभियान पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
जिन आठ लोगों की जिले में संपत्ति जब्त की जानी है उसमें मोतीपुर का जगरनाथ राय भी शामिल है। सोमवार को उसके आवास पर छापेमारी में एक पिस्तौल, नगदी व स्कॉरपियो जब्त किए गए। यह माना जा रहा कि वह अब भी शराब के धंधे में है।
जिले के इन लोगों के इतने मूल्य की संपत्ति की जानी है जब्त
- जगरनाथ राय, मोतीपुर - आठ लाख दस हजार
- सीताराम राय, मोतीपुर - नौ लाख 80 हजार रुपये
- विश्वनाथ साह, मोतीपुर - नौ लाख 83 हजार 601 रुपये
- भोला राय, मोतीपुर - एक करोड़ 47 लाख रुपये
- देवानंद राय, मोतीपुर - दो करोड़ 15 लाख 25 हजार रुपये
- राजू चौधरी, सकरा - चार लाख 50 हजार रुपये
- राजा पटेल, साहू रोड, मुजफ्फरपुर - तीस लाख रुपये
- संदीप सिंह, पारू - पांच लाख रुपये