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नेपाल-भारत सीमा पर 'सीमा स्तंभों' के निर्माण व मरम्मत पर किया गया विचार

दोनों देश के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में निर्माण व मरम्मत पर हुई चर्चा। बैठक में धनुषा महोत्तरी सिरहा और सप्तरी जिले व मधुबनी जिले के अधिकारी हुए शामिल।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 27 May 2019 07:58 PM (IST)Updated: Mon, 27 May 2019 07:58 PM (IST)
नेपाल-भारत सीमा पर 'सीमा स्तंभों' के निर्माण व मरम्मत पर किया गया विचार
नेपाल-भारत सीमा पर 'सीमा स्तंभों' के निर्माण व मरम्मत पर किया गया विचार

सीतामढ़ी, जेएनएन। नेपाल-भारत के अधिकारियों की संयुक्त बैठक जनकपुर में आयोजित की गई। इसमें दोनों देशों की ओर से संयुक्त सीमा स्तंभ (पिलर)और नए स्तंभ बनाने को ले विचार-विमर्श किया गया। बैठक में नेपाल के धनुषा, महोत्तरी, सिरहा और सप्तरी जिले के अधिकारियों और बिहार मधुबनी जिले के अधिकारियों के बीच तत्काल स्तंभों के निर्माण पर चर्चा की गई। धनुषा के मुख्य जिला अधिकारी, प्रदीप राज कडेल ने बताया कि भारत के मधुबनी जिले से जुड़े धनुषा, महोत्तरी, सिरहा और सप्तरी तक कुल 942 सीमा चौकियां है।

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  इसके तहत धनुषा, महोत्तरी से सप्तरी तक कुल 942 सीमा स्तंभ की मरम्मत तथा 548 सीमा स्तंभ का निर्माण किया जाना जरूरी है। उन्होंने दोनों देशों के अधिकारियों के बीच आगामी सत्र में सप्तरी में होने वाली बैठक में समझौते पर हस्ताक्षर होने की बात कही। कहा इस वर्ष अब तक 618 सीमा स्तंभों की मरम्मत की गई। वहीं, मधुबनी जिले के डीएम शशांक कपिल अशोक ने कहा कि सीमा दो देशों के बीच दोस्ती का संकेत है।  

  उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सीमा को खत्म करने के उद्देश्य से सीमा स्तंभ की मरम्मत और मैत्रीपूर्ण तरीके से निर्माण किया गया था। सीमा स्तंभ निर्माण, मरम्मत और रखरखाव की रक्षा के लिए नेपाली सशस्त्र पुलिस बल और भारत के एसएसबी की भूमिका की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि शेष सीमा स्तंभों का निर्माण जल्द ही किया जाएगा।

  नेपाल-भारत की संयुक्त सीमा टीम की बीते वर्ष दिसंबर में मधुबनी में पहली बैठक हुई थी। अगली बैठक आगामी दिसंबर 2019 में मधुबनी में होगी। बैठक में धनुषा के अलावा, महोत्तरी के मुख्य जिला अधिकारी, सिरहा, सप्तरी के जिला पुलिस अधीक्षक, जिला पुलिस प्रमुख जिला और सशस्त्र पुलिस प्रमुख उपस्थित थे। 

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