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समस्तीपुर में डेंगू ने दी दस्तक, अस्पतालों में जांच किट तक उपलब्ध नहीं

Samastipur News जिले के किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में फिलहाल नहीं है डेंगू जांच किट डेंगू से बचाव को लेकर दी जा रही लक्षण के बारे में जानकारी अभी लोगों को बचाव व नियंत्रण के बारे में नहीं है सही जानकारी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 09:13 AM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 09:13 AM (IST)
समस्‍तीपुर में जानकारी देते डा. आरके सिंह, फिजिशियन। जागरण

समस्तीपुर, जासं। सूबे के अन्य जिलों के साथ ही समस्तीपुर में भी डेंगू ने दस्तक दे दी है। फिलहाल जिले के दो डेंगू पीड़ित मरीजों का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है। लेकिन स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की डेंगू से लड़ाई लड़ने की फिलहाल कोई तैयारी नहीं है। जिले में डेंगू की दस्तक देने के बावजूद किसी भी स्वास्थ्य संस्थानों में जांच किट उपलब्ध नहीं है। इससे मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। जबकि निजी अस्पतालों में जांच को सरकारी रिकार्ड में शामिल नहीं किया जाता है।

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जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. विजय कुमार ने बताया कि जिले में फिलहाल डेंगू जांच किट उपलब्ध नहीं है। डेंगू जांच किट सभी पीएचसी को रोगी कल्याण समिति के फंड से खरीदनी है। इसके लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दे दिया गया है। फिलहाल जिले में डेंगू के कोई मरीज नहीं हैं। हालांकि दो मरीजों के बारे में पीएमसीएच से रिपोर्ट भेजी गयी है, दोनों मरीज का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में डेंगू व चिकनगुनियां को लेकर प्रचार प्रसार कराया जा रहा है। साथ ही लोगों को डेंगू से बचाव व निजात के बारे में जानकारी देने के जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करने का आदेश दिया गया है।

डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव के उपाय 

फिजिशियन डा. आरके सिंह ने बताया कि दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। मच्छर भगाने वाली दवा व क्रीम का प्रयोग करें। पूरे शरीर को ढंकने वाला कपड़ा पहनना चाहिए। घर एवं सभी कमरों को साफ-सुथरा एवं हवादार बनाए रखें। टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी, फ्रिज के पानी ट्रे, पानी टंकी एवं घर के अंदर एवं अगल-बगल में अन्य जगहों पर पानी न जमने दें। जमे हुए पानी पर मिट्टी का तेल डालें।

किया जाएगा जागरूक 

डेंगू नियंत्रण गतिविधियों में लार्विसाइडल स्प्रे, रैपिड रिस्पांस टीम गठन, टेक्नीकल मालाथियान फॉगिंग, डेंगू केस रिपोर्टिंग, जन जागरूकता अभियान चलाने का आदेश दिया गया है।

किया जाएगा जागरूक 

डेंगू नियंत्रण गतिविधियों में लार्विसाइडल स्प्रे, रैपिड रिस्पांस टीम गठन, टेक्नीकल मालाथियान फॉगिंग, डेंगू केस रिपोर्टिंग, जन जागरूकता अभियान चलाने का आदेश दिया गया है।

तेज बुखार, दर्द, रक्त स्राव है मुख्य लक्षण 

डेंगू होने पर मरीज को तेज बुखार, बदन, सर एवं जोड़ों में दर्द तथा आंखों के पीछे दर्द होता है। नाक, मसूढ़ों से या उल्टी के साथ रक्त स्त्राव होना। त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान। काला पैखाना होना। डीएमओ ने कहा कि अगर किसी मरीज को यह लक्षण है तो तत्काल सदर अस्पताल या मेडिकल कॉलेज ले जाना चाहिए। एंबुलेंस के लिए 102 पर डायल करें।


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