विवि के पीजी हॉस्टल के छात्रों का बन रहा डाटा बेस
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के सभी स्नातकोत्तर छात्रावासों में रहने वाले छात्रों का डाटा बेस तैयार हो रहा है। इस संबंध में सभी पीजी विभागाध्यक्षों को छात्र कल्याण परिषद के अध्यक्ष ने पत्र लिखा है।
मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के सभी स्नातकोत्तर छात्रावासों में रहने वाले छात्रों का डाटा बेस तैयार हो रहा है। इस संबंध में सभी पीजी विभागाध्यक्षों को छात्र कल्याण परिषद के अध्यक्ष ने पत्र लिखा है। ताकि, छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। उधर, महिला छात्रावास परिसर में रहने वाले विवि कर्मियों को नोटिस जारी हुआ है।
स्थिति यह है कि विश्वविद्यालय के छात्रावासों में रहने वालों का कोई डाटा आज तक तैयार नहीं हुआ है। इन छात्रावासों में रहने वाले छात्रों का कोई ब्योरा उपलब्ध नहीं हुआ। पिछले कई सालों से वहां रहने वाले छात्रों का बायोडाटा तैयार करने को लेकर मांग उठाया जाता रहा। खास तौर से वैध व अवैध रूप से रहने वाले छात्रों को लेकर चर्चा थी। लेकिन, आज तक अवैध छात्रों की सूची नहीं बनी।
अब सभी रहने वाले छात्रों के आवासीय पते, आधार कार्ड का सत्यापन किया जाएगा। यह देखा जाएगा कि कोई फर्जी तरीके से पुरुष छात्रावासों में तो नहीं रह रहा है। ताकि, अगर कोई अवैध रूप से रहने वाले व्यक्ति संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है और प्रशासन से रिपोर्ट मांगी जाए तो उस समय तत्काल जानकारी विवि प्रशासन द्वारा दी जाए।
उधर, महिला छात्रावासों के परिसर में रहने वालों पर विवि प्रशासन की नजर है। इस संबंध में नोटिस जारी हुआ है। वहां रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के आवासीय पते व आधार कार्ड का सत्यापन होगा। आवश्यक पड़ने पर औचक निरीक्षण भी किया जाएगा। छात्र कल्याण परिषद बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. अभय कुमार कई कारणों से ये डाटा बेस तैयार करना जरूरी है। ताकि, विवि की नजर में सारी स्थिति साफ रहे।