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नहीं बदला जा रहा पुराना व जर्जर तार, समस्या को दूर करने की दिशा में विभाग गंभीर नहीं

11 वर्षों से बार-बार तार टूटने की वजह होती रही है क्षति, विवश ग्रामीणों ने तार ले जाने के लिए बना लिया बांस को सहारा, फिर हो सकती है कोई बड़ी घटना।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 07:37 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 08:30 AM (IST)
नहीं बदला जा रहा पुराना व जर्जर तार, समस्या को दूर करने की दिशा में विभाग गंभीर नहीं
नहीं बदला जा रहा पुराना व जर्जर तार, समस्या को दूर करने की दिशा में विभाग गंभीर नहीं

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। विद्युत विभाग के द्वारा हर गांव में नए पोल और तार के सहारे घर-घर बिजली देने का दावा किया जा रहा है। धरातल पर कार्य तेज गति से होते देखे जा रहे हैं। कई गांवों में पुराने व जर्जर तारों को बदलने के लिए लगातार कोई न कोई योजनाएं भी चलाई जा रही, इसके तहत पुराने तारों को बदलकर नए तार के सहारे ग्रामीणों को बिजली पहुंचाई गई है।

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   मगर पिछले 11 वर्षों से पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज प्रखंड के भेडि़हरवा गांव में बांस बल्ला के सहारे पुरानी और जर्जर तार के सहारे ही बिजली दौड़ाई जा रही है, जो किसी बड़ी घटना को आमंत्रित कर रही है। यहां तक कि हाईटेंशन तार को व्यवस्थित करने के लिए पोल तक नहीं लगाया गया है, जिससे यहां तार काफी नीचे आ गया है। यहीं नहीं तार के बार-बार टूटने की वजह से कभी फसल जलते है तो कभी पशुओं को मौत का शिकार होना पड़ता है।

    इस वजह ग्रामीणों को कितनी परेशानी उठानी पड़ रही है, इसका अंदाजा देखकर लगाया जा सकता है। दरअसल विद्युत विभाग का हाइटेंशन तार बैतापुर होते हुए ङ्क्षहगलहर गांव से होकर पकडिय़ाटोला और फिर भेडि़हरवा गांव पहुंचती है। तार, खेत व सरेह से होकर गुजरा है। मगर हाईटेंशन तार को व्यवस्थित रखने के लिए पर्याप्त पोल नहीं लगाया गया है। जिससे यहां बार-बार घटना होते रहती है।

   गांव के मुख्तार मियां, बसंत प्रसाद, अनिल साह, जितेंद्र पांडेय, शेषनाथ साह, अरूण कुमार पांडेय आदि किसानों का कहना है कि पुराने और जर्जर तार पर ही बिजली दौड़ाया गया है। जर्जर तार की वजह तार बार-बार टूटता है। यह स्थिति यहां पिछले 11 साल से बनी हुई है। इस बीच कई घटनाएं घट चुकी है। खेत में जाने पर डर लगा रहता है कि कहीं तार टूट न जाए।

   इससे बचने के लिए हम किसानों ने बांस के सहारे तार को टीका रखा है। मगर विद्युत विभाग का इस ओर ध्यान नहीं है। मुखिया अभीजित कुमार उर्फ सन्नी दुबे ने बताया कि गत दिनों इसी जर्जर तार को बदलने और पोल लगाने को लेकर ग्रामीणों द्वारा विद्युत कार्यालय पहुंचकर मांग उठाई गई थी। विभाग की ओर से केवल आश्वासन देकर वापस भेज दिया गया। इस बात को करीब दो सप्ताह हो गए। मगर अब तक जर्जर तार की जगह नई तार और पोल को नहीं लगाया गया।

    नरकटियागंज के विद्युत सहायक अभियंता आलोक कुमार ने कहा कि भेडि़हरवा के ग्रामीणों की मांग पर वहां पोल को गिराया गया है। एजेंसी के कर्मियों को तार और पोल लगाने के लिए बोला गया है। अब तक कार्य आरंभ क्यों नहीं हुआ पता किया जा रहा है। जल्द ही ग्रामीणों को इस समस्या से निजात दिलाया जाएगा।


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