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Bihar: कर्ज में फंसे तो नोचने लगे अपनों की जिंदगी, पोते ने लाखों लूटे तो कहीं दोस्त ने कर लिया अपहरण

Bihar Crime लूट हत्या और रंगदारी मांगने जैसी कई वारदात की पुलिस ने जांच की तो पता चला कि पीड़ित के अपनों का ही अपराध में हाथ है। कांटी के होमियोपैथ डॉ. एसपी सिंह के बेटे का अपहरण उनके किराएदार ने किया था जो बेटे का दोस्त भी है।

By Prem Shankar MishraEdited By: Roma RaginiPublished: Fri, 24 Mar 2023 12:08 PM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2023 12:08 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में क्राइम के वारदातों में अपनों का हाथ

बाबुल दीप, मुजफ्फरपुर। अगर आप किसी पर भी आसानी से भरोसा कर तुरंत अपने सारे राज बता रहे तो सतर्क रहें। उन्हें बेहद करीब ला रहे हैं तो यह भी खतरनाक है। पहले उसकी असली मंशा और छवि को जानने की जरूरत है क्योंकि हाल के दिनों में हुए कई वारदातों में पीड़ितों के सगे और करीबियों ने ही वारदात को अंजाम दिया है।

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बता दें कि करीबी और खास ही अपनों की जान के सौदागर बन गए। किसी दूसरे कारण से कर्ज में डूबने पर उसकी भरपाई के लिए अपने जानने वालों को ही निशाना बना रहे। वहीं, नोकझोंक या कहासुनी होने पर भी टारगेट कर ले रहे हैं। फिर सोची समझी साजिश के तहत अपहरण या हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे डालते हैं।

लूट, हत्या और रंगदारी मांगने जैसी कई घटनाओं को इन्होंने ही अंजाम दिया। पिछले सप्ताह, कांटी के होमियोपैथ डॉ. एसपी सिंह के बेटे का अपहरण फिरौती के लिए कर लिया गया था।

किराएदार ने किया बेटे का अपहरण

इस वारदात का पुलिस ने खुलासा किया तो परिजन स्तब्ध रह गए। डॉक्टर के बेटे का अपहरण करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उनके बेटे का दोस्त और किराएदार था।

पूर्व कर्मचारी ने रंगदारी नहीं देने पर की फायरिंग

इस घटना के ठीक बाद, हार्डवेयर व्यवसायी राजन प्रसाद से पांच लाख रंगदारी मांगी गई। नहीं देने पर दुकान पर फायरिंग की गई। पुलिस ने मुख्य आरोपित समेत पांच को गिरफ्तार किया। पता लगा कि साजिश रचने वाला कोई और नहीं, बल्कि व्यवसायी का पुराना कर्मचारी ही था।

कर्ज के बोझ में दबते तो अपनों को बनाते निशाना

इस तरह की घटनाओं में अधिकतर देखा गया है कि कर्ज के बोझ में कोई दबा है तो किसी को रुपये का लालच है। चिकित्सक पुत्र के अपहरण और रंगदारी दोनों मामलों में आरोपियों के कर्ज में डूबने की बात सामने आई।

इनपर पीड़ित पक्ष ने हद से ज्यादा भरोसा किया। रुपये-पैसे के लेनदेन से लेकर हर छोटी-छोटी बातें साझा की। इसका गलत फायदा उठाकर इनलोगों ने उन्हें ही लूटने की कोशिश की।

सेवानिवृत्त एआइजीआर दंपती की नौकर ने की थी हत्या

ब्रह्मपुरा में तीन साल पूर्व सेवानिवृत्त एआइजीआर दंपती की घर में हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने जब इस घटना का पर्दाफाश किया तो इसमें पुराने नौकर की संलिप्तता मिली। उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि डांट कर बोलने के कारण हत्या कर दी। उसने शाम के समय घटना को अंजाम दिया था। क्योंकि उसे पता था कि इस समय वे लोग आराम की मुद्रा में रहते हैं।

पूर्व विधायक के पोते ने लूटे थे 26 लाख रुपये

साल 2020 में राजद के पूर्व विधायक मुसाफिर पासवान के कर्मी से 26 लाख रुपये की लूट हुई थी। पुलिस ने घटना का खुलासा किया। पता लगा कि उनके चचेरे पोते ने ही इस पूरे घटना की साजिश रची थी। उसने चार साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।

जांच-पड़ताल के बाद ही बनाएं करीबी

इस मामले में पुलिस पदाधिकारियों की मानें तो किसी गैर पर आसानी से भरोसा करने की जगह उसके बारे में गहनता से जांच पड़ताल कर लें। तभी उसे काम पर रखें या किरादार बनाएं। जरा संदेह हो तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। हर बात उसके साथ कभी भी साझा नहीं करें।


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