कोरोना का प्रकोप कम होने तक सभी परीक्षाओं पर रोक की मांग को लेकर प्रतिवाद दिवस
छात्र संगठन एआइडीएसओ ने राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस मनाया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष एवं विश्वविद्यालय के कुलपति को ईमेल पर ज्ञापन भी सौंपा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। छात्र संगठन एआइडीएसओ ने कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने तक सभी परीक्षाओं का संचालन बंद रखने की मांग को लेकर सोमवार को राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस मनाया। एआइडीएसओ के जिलाध्यक्ष शिव कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण तक कोई परीक्षा नहीं ली जाए।
वैज्ञानिक मूल्यांकन प्रणाली विकसित करने की मांग
अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए समान, भेदभावपूर्ण रहित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुनिश्चित करने वाले वैज्ञानिक मूल्यांकन प्रणाली विकसित करने और शिक्षा संबंधी निर्णय लेने में सभी छात्र-शिक्षक एवं महामारी विशेषज्ञों की राय लेकर नीति तैयार करने की मांग की। इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष एवं विश्वविद्यालय के कुलपति को ईमेल पर ज्ञापन भी सौंपा। कार्यकर्ताओं ने मांगों की तख्ती के साथ तस्वीर खींचकर फेसबुक, वाट्सएप पर साझा किया। राज्य सचिव विजय कुमार कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण की हालत में हजारों छात्र अपने पैतृक गांवों व राज्यों में वापस चले गए हैं। अब, यदि वे परीक्षा में भाग लेने के लिए अपने विश्वविद्यालयों या कॉलेजों में वापस आते हैं, तो वे कहां रहेंगे। उन्होंने कोरोना संक्रमण कम होने के बाद परीक्षा संचालन की मांग की है।
आधुनिक भारत के निर्माता थे राजाराम मोहन राय
राजा राममोहन राय आधुनिक भारत के निर्माता थे। हम सभी को आज भी उनसे प्रेरणा मिलती हैÓÓ ये बातें रामदयालु ङ्क्षसह महाविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित ÓÓÓÓआधुनिक भारत के निर्माता राजा राममोहन रायÓÓÓÓ पर केंद्रित बेविनार में विश्वविद्यालय अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो.एसके पॉल ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहीं। प्राचार्य ने अपनी जगह अध्यक्षता मुख्य वक्ता प्रो.एस.के.पॉल को सौंपी। अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ.अनिता घोष ने अतिथियों का स्वागत किया। साथ ही संचालन विभाग की वरीय शिक्षका डॉ.अनिता ङ्क्षसह ने किया। विषय-प्रवेश कराते हुए डॉ.नीलिमा झा ने कहा कि राजा राममोहन राय एक नये युग के सूत्रधार थे। विशिष्ट वक्ता श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.ममता रानी ने कहा कि वे वास्तव में सिनेमाई हीरो की जगह हमारे रीयल लाइफ के हीरो हैं। जीवछ महाविद्यालय मोतीपुर के प्राचार्य डॉ.संजीव कुमार मिश्रा ने राजा राममोहन राय को एक आधुनिक ङ्क्षचतक, बहुभाषाविद् एवं समाज सुधारक के रूप में याद किया। धन्यवाद-ज्ञापन विभागीय शिक्षक डॉ.उमाकांत शर्मा ने किया। बेविनार में अमिषा, अवनीश, प्रभाकर, दीपक, मुरारी, सज्जन, रौशन समेत अन्य छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया।