बालिका गृह प्रकरण: रविवार को छुट्टी पर रहे निगम कर्मी, बंद रहा भवन तोडऩे का काम
13 दिसंबर से भवन को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू हुई, तीन दिनों में चौथी व तीसरी मंजिल तोडऩे की चली प्रक्रिया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पिछले तीन दिनों से साहू रोड स्थित बालिका गृह भवन पर चल रहा निगम का हथौड़ा रविवार को रुका रहा। रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण न तो मजदूर पहुंचे और न ही नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी। हालांकि, सोमवार से इस भवन को ध्वस्त करने का काम जारी रहने की संभावना है। भवन को ध्वस्त करने के लिए तीन दिनों से हथौड़ा चल रहा था। इसकी जोर से खटखट की आवाज व उड़ती धूल व मलबे को लेकर मोहल्ले के लोग परेशान थे। आसपास के घरों की खिड़कियों के बंद रखने के बाद भी रोशनदान व अन्य रास्ते मलबे का अंश व धूलकण घरों के अंदर पहुंच रहे हैं। इससे उन्हें परेशानी हो रही, लेकिन बालिका गृह का मामला होने के कारण डर से कोई भी कुछ बोलने से बच रहा है। उन्हें इस बात का डर है कि अगर शिकायत की तो कहीं उन्हें ब्रजेश ठाकुर का समर्थक न मान लिया जाए।
13 दिसंबर से भवन पर चल रहा हथौड़ा
बिल्डिंग बायलॉज के खिलाफ बनाए गए बालिका गृह भवन को ध्वस्त करने के लए निगम की ओर से ब्रजेश ठाकुर व उसके परिजन को 10 दिसंबर तक की डेडलाइन तय की गई थी। जब उसकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई तो निगम की ओर से भवन को खाली कराने की कार्रवाई शुरू हुई। यह कार्रवाई 10 दिसंबर से 12 दिसंबर तक चला। 13 दिसंबर से भवन को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू हुई। तीन दिनों में चौथी व तीसरी मंजिल तोडऩे की प्रक्रिया चली। भवन ध्वस्त करने व मलबा हटाने में आ रही कठिनाई को देखते हुए निगम ने इस कार्य में निजी एजेंसी को सौंपने का निर्णय लिया। हालांकि, इसकी प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है।