प्रजातांत्रिक व्यवस्था में संवैधानिक संस्थाएं महत्वपूर्ण, इसे बचाकर रखना जरूरी
संविधान दिवस पर अधिवक्ता परिषद की ओर से प्रजातांत्रिक व्यवस्था में संवैधानिक संस्थाओं का महत्व विषय पर संगोष्ठी का आयोजन।
By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 24 Nov 2018 10:29 PM (IST)Updated: Sat, 24 Nov 2018 10:29 PM (IST)
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिहार मैथेमेटिकल सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो. कुमार गणेश ने कहा है कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था में संवैधानिक संस्थाओं की अहम भूमिका है। यह सरकार के क्रिया कलापों में निर्णायक सहयोग के साथ ही सत्ता की स्वेच्छाचारिता पर भी अंकुश लगाता है। संविधान ने इसके गठन के लिए राष्ट्रपति को सक्षम बनाया है। इनके पद सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इन संवैधानिक संस्थाओं में वित्त आयोग, संघ लोक सेवा आयोग, चुनाव आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग, पिछड़ा वर्ग आयोग व राजभाषा आयोग प्रमुख है। वे शनिवार को इमलीचट्टी स्थित एक होटल के सभागार में 'प्रजातांत्रिक व्यवस्था में संवैधानिक संस्थाओं का महत्व' विषय पर आयोजित संगोष्ठी को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। संविधान दिवस पर अधिवक्ता परिषद की ओर से आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता वरीय अधिवक्ता अशोक कुमार, मंच संचालन परिषद के जिलाध्यक्ष कौस्तुभ मणि एवं धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता अमित प्रकाश ने किया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार झा उपस्थित थे। प्रदेश महामंत्री अमोद कुमार सिंह ने परिषद के कार्यकलापों की विस्तार से चर्चा की। संगोष्ठी को परिषद के संगठन मंत्री रतन कुमार सिन्हा, संजय ओझा, देवांशु किशोर, सुशील कुमार, सुनील श्रीवास्तव, हेमंत कुमार, मणिभूषण कुमार, संजीत भंडारी, विजय कुमार, जयनाथ मिश्रा, अतुल कुमार, प्रशांत कुमार, सत्यार्थ प्रकाश, श्याम सुंदर कुमार, नवल गोस्वामी, अजय कुमार व नीतीश कश्यप सहित अन्य ने संबोधित किया।
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