दरभंगा में गोली मार कंपाउंडर की हत्या, पैदल ही भाग निकले बदमाश
घटनास्थल से मैगजीन, चार कारतूस और दो खोखे बरामद। घटनास्थल पर जुटी लोगों की भीड़ ।
By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 27 Oct 2018 10:48 PM (IST)Updated: Sat, 27 Oct 2018 10:48 PM (IST)
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। जिले से सटे दरभंगा के सिंहवाड़ा थाना अंतर्गत निस्ता पंचायत स्थित नासिरगंज टोला में शनिवार की रात लगभग साढ़े आठ बजे बदमाशों ने एक होमियोपैथी क्लीनिक पर कंपाउंडर की गोली मार हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश पैदल ही फरार हो गए। मृतक की शिनाख्त नासिरगंज निवासी स्व. एनामुल हक के पुत्र मो. रेयाज अहमद (36) के रूप में की गई है। वह डॉ. जकीरूल्ला का रिश्ते में साला भी लगता है और लंबे दिनों से वह कंपाउंडर का काम करता था।
घटनास्थल से नाइन एमएम पिस्टल की एक मैगजीन, चार कारतूस और दो खोखा बरामद किया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश झा मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। हालांकि, घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया। लेकिन, थानाध्यक्ष ने त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन देकर लोगों के आक्रोश को शांत कराया। बताया जाता है कि शाम में क्लीनिक से डॉ. जकीरूल्ला घर चले गए। अपने साला व कंपाउंडर को कार्य निपटाकर क्लीनिक को बंद कर देने के लिए कहा। कुछ देर बाद रेयाज क्लीनिक को बंद कर जैसे ही पीछे मुड़ा सामने से ताबड़तोड़ गोली चली और रेयाज वहीं ढेर हो गया। गोली की आवाज सुन लोग दौड़े। लेकिन, तब तक काफी देर हो चुकी थी। रेयाज घटनास्थल पर ही दम तोड़ चुका था। हमलावर कितनी संख्या में थे, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया और न ही घटना का कारण पता चल पाया है।
डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि उससे न तो कोई रंगदारी की मांग की गई थी और न ही उसकी किसी से दुश्मनी है। आखिरकार उसकी हत्या किन कारणों से हुई इसे पुलिस खंगालने में जुटी है। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो एक हमलावर काला शर्ट पहने हुए था। कुछ लोगों का कहना कि हमलावर डॉक्टर को मारने आए थे और गलती से कंपाउंडर पर गोली चल गई और उसकी मौत हो गई। थानाध्यक्ष झा ने बताया कि बहुत जल्द हत्यारे को गिरफ्तार कर मामले का उदभेदन कर लिया जाएगा।
घटनास्थल से नाइन एमएम पिस्टल की एक मैगजीन, चार कारतूस और दो खोखा बरामद किया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश झा मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। हालांकि, घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया। लेकिन, थानाध्यक्ष ने त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन देकर लोगों के आक्रोश को शांत कराया। बताया जाता है कि शाम में क्लीनिक से डॉ. जकीरूल्ला घर चले गए। अपने साला व कंपाउंडर को कार्य निपटाकर क्लीनिक को बंद कर देने के लिए कहा। कुछ देर बाद रेयाज क्लीनिक को बंद कर जैसे ही पीछे मुड़ा सामने से ताबड़तोड़ गोली चली और रेयाज वहीं ढेर हो गया। गोली की आवाज सुन लोग दौड़े। लेकिन, तब तक काफी देर हो चुकी थी। रेयाज घटनास्थल पर ही दम तोड़ चुका था। हमलावर कितनी संख्या में थे, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया और न ही घटना का कारण पता चल पाया है।
डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि उससे न तो कोई रंगदारी की मांग की गई थी और न ही उसकी किसी से दुश्मनी है। आखिरकार उसकी हत्या किन कारणों से हुई इसे पुलिस खंगालने में जुटी है। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो एक हमलावर काला शर्ट पहने हुए था। कुछ लोगों का कहना कि हमलावर डॉक्टर को मारने आए थे और गलती से कंपाउंडर पर गोली चल गई और उसकी मौत हो गई। थानाध्यक्ष झा ने बताया कि बहुत जल्द हत्यारे को गिरफ्तार कर मामले का उदभेदन कर लिया जाएगा।
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