Coronavirus : कोचिंग संचालक आपके बच्चों की जान से कर रहे खिलवाड़, सरकार के आदेश की उड़ा रहे धज्जियां
राज्य सरकार ने कोचिंग संस्थानों को पूरी तरह बंद रखने का आदेश दिया है। नौवीं से 12वीं के बच्चे केवल डाउट के लिए स्वजन से अनुमति के बाद बच्चे स्कूल जा सकते। प्रतिबंध के बाद भी कुछ कोचिंग व स्कूलों में चल रहीं कक्षाएं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोविड-19 के चौथे फेज में केंद्र और राज्य सरकार दोनों की ओर से स्कूलों व कोचिंग संस्थानों में कक्षाएं चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन, जिले के कुछ कोचिंग व स्कूल संचालक कोरोना जैसे वैश्विक महामारी को नजर अंदाज कर रहे हैं। इस तरह की लापरवाही प्रशासन के साथ समाज के लिए नासूर बन सकती है। राज्य सरकार ने कोचिंग संस्थानों को पूरी तरह बंद रखने का आदेश दिया है। नौवीं से 12वीं के बच्चे केवल डाउट के लिए स्वजन से अनुमति के बाद बच्चे स्कूल जा सकते। इसके बाद भी सुबह-शाम दोनों पालियों में कुछ जगहों पर स्कूल व कोचिंग चल रही हैं।
सुबह से शाम तक कक्षाएं
प्रशासनिक अधिकारी भी इस ओर अनदेखी कर रहे हैं। मिठनपुरा चौक के पास एक कोचिंग संस्थान में प्रतिदिन खुलेआम सुबह-शाम कक्षाएं चल रही हैं। इधर शेरपुर के एक प्राइवेट स्कूल में प्रशासन और आम लोगों से बचकर शाम चार से छह बजे तक कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। इसके अलावा शहर के अन्य इलाकों में भी कुछ कोचिंग व प्राइवेट स्कूल चल रहे। नियमों को ताक पर रखने वालों के खिलाफ कोई अधिकारी कार्रवाई के लिए आगे नहीं आ रहा। वहीं, बेला इलाके में पिछले महीने कोरोना के कई केस सामने आ चुके हैं। जिला पदाधिकारी को इस मामले में एक धावा दल गठित कर कार्रवाई करानी चाहिए। जिला शिक्षा पदाधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी से जब मामले पर बात की गई तो उन्होंने इस तरह के मामले में एसडीएम को कार्रवाई करने का अधिकार बताया। इस संबंध में एसडीओ से बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन, उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।