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बालिका गृह कांड: रुतबा जाते ही ब्रजेश से दूर हुए अपने, जेल में मिलने तक नहीं पहुंचे पांच लोग

मुजफ्फरपुर बालिका गृह के महापाप के मास्‍टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर के बुरे दिन आ गए हैं। अपने अब उससे कन्‍नी काट रहे हैं। उससे जेल में मिलने भी लोग नहीं जा रहे।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 09:13 PM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 09:01 PM (IST)
बालिका गृह कांड: रुतबा जाते ही ब्रजेश से दूर हुए अपने, जेल में मिलने तक नहीं पहुंचे पांच लोग
बालिका गृह कांड: रुतबा जाते ही ब्रजेश से दूर हुए अपने, जेल में मिलने तक नहीं पहुंचे पांच लोग

भागलपुर [जेएनएन]। मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर से भागलपुर विशेष केंद्रीय कारा के अति सुरक्षित थर्ड सेक्टर में मिलने सोमवार को उसकी पत्नी कुमारी आशा, बेटा राहुल आनंद और भांजा सौरभ कुमार पहुंचे। जेल में उससे दो और लोग मिल सकते थे, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। रुतबा जाते ही ब्रजेश ठाकुर से अपनों ने मुंह मोड़ लिया है।

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जेल में हुई पत्‍नी, बेटे व भांजे की मुलाकात

जेल के मुख्य प्रवेश द्वार पर ब्रजेश की पत्‍नी, बेटे व भांजे के मुलाकाती आवेदन पत्र की जांच और सुरक्षा तलाशी के बाद उन्‍हें सहायक जेलर के पास भेज दिया गया। जेल के प्रथम खंड के समीप बने कक्ष में तीनों की फोटोग्राफी कराई गई। उनके आधार कार्ड समेत अन्य पहचान पत्रों की फिर जांच हुई। इसके बाद उन्हें जेल के थर्ड सेक्टर के लिए रवाना कर दिया गया, जहां 8.40 बजे बड़ी जालीदार खिड़की के पास वे ब्रजेश ठाकुर से मिले। वे अपने साथ सूखे खाद्य पदार्थ लेकर पहुंचे थे। 

भागलपुर जेल के थर्ड सेक्‍टर में सप्ताह में एक दिन सोमवार को ही मुलाकाती का समय निर्धारित होने की वजह से भीड़ अधिक थी। दो घंटे की मुलाकात में ब्रजेश ठाकुर से पत्नी, बेटे और भांजे ने हाल जाना।  जेल प्रशासन ने  सोमवार को भी ब्रजेश की नियमित स्वास्थ्य जांच कराई। रक्तचाप सामान्य बताया गया है।

अपनों ने मोड़ लिया मुंह

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का मास्टर माइंड ब्रजेश ठाकुर शर्मशार करने वाले कृत्य से अब इस मुकाम तक पहुंचने को है कि उससे अपने भी मुंह मोडऩे लगे हैं। भागलपुर में सोमवार को उससे मिलने वालों के लिए पहला दिन था। जिस दिन ब्रजेश को लाया गया था, कहा गया था कि उससे मिलने कई लोग आए लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा। पर हकीकत यह थी कि उससे कोई मिलने कोई आया ही नहीं था। जेल प्रशासन की ओर से मुजफ्फरपुर से भागलपुर तक उसके आगमन समय को सुरक्षा कारणों से गुप्त रखा गया था।

सोमवार को भी उससे मिलने केवल उसकी पत्नी, बेटा और भांजा ही आए। जेल प्रशासन की ओर से पांच लोगों को मिलने की इजाजत दी गई थी, लेकिन पांच मुलाकाती भी नहीं जुटे। ज्ञात हो कि बालिका गृह कांड के उद्भेदन के पहले ब्रजेश के साथ घिनौना खेल खेलने और खेल कराने वालों की लंबी-चौड़ी फौज हुआ करती थी। लेकिन अब उसके सारे के सारे करीबी छोड़कर भूमिगत हो गए हैं।


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