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पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन में रेलवे ट्रैक पर आइईडी लगाने वाले पांच बदमाशों पर चार्जशीट East champaran News

आइएसआइ के इशारे पर घोड़सहन में ट्रेन उड़ाने के लिए लगाया गया था आइईडी। बदले गए कांड के आइओ अशोक राय को मिली जांच की जिम्मेदारीगवाही शुरू।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 07:27 AM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 07:27 AM (IST)
पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन में रेलवे ट्रैक पर आइईडी लगाने वाले पांच बदमाशों पर चार्जशीट East champaran News
पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन में रेलवे ट्रैक पर आइईडी लगाने वाले पांच बदमाशों पर चार्जशीट East champaran News

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। आइएसआइ के इशारे पर घोड़ासहन स्टेशन के आउटर सिगनल के पास एक अक्टूबर 2016 को आइईडी लगाकर ट्रेन उड़ाने की साजिश करनेवालों पर कानून का शिकंजा कसने लगा है। इस मामले में अबतक पांच लोगों पर आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। इसमें उमाशंकर पटेल, गजेन्द्र शर्मा, रंजन कुमार साह, मुकेश कुमार यादव पर आरोप पत्र और राकेश यादव पर पूरक आरोप पत्र दायर किया गया है। अब इस कांड की जांच की जिम्मेवारी अशोक राय को दी गई है। इस मामले में एनआइए द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पटना स्थित एनआइए की विशेष अदालत में आरोपितों के खिलाफ गवाही का दौर भी शुरू हो गया है।

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मामले में जिले के दारोगा रणधीर कुमार की गवाही हुई है। आगे अन्य की भी गवाही होनी है।

एक अक्टूबर 2016 को घोड़ासहन में ट्रेन उड़ाने की साजिश को स्थानीय युवकों ने बम देखने के बाद नाकाम कर दिया था। ट्रेन को बम से थोड़ी दूर पहले ही रोक दिया था। रेल पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इसी बीच 14 जनवरी 2017 को जिले के आदापुर निवासी अरुण राम और दीपक राम की हत्या के खिलाफ चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई।

 कहा गया कि 25 दिसंबर को चारों ने दीपक व अरुण की नेपाल ले जाकर हत्या कर दी। मामला दर्ज होने के बाद रक्सौल के तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार, थानाध्यक्ष संजीव कुमार, दारोगा रणधीर कुमार व अन्य के नेतृत्व में छापेमारी की गई। इस दौरान नामजद आदापुर निवासी मोतीलाल पासवान, झिटकहिया निवासी और रक्सौल के गम्हरिया निवासी उमाशंकर पटेल को गिरफ्तार किया था। मोतीलाल ने पुलिस को बताया था कि घोड़ासहन में आइईडी आइएसआइ के इशारे पर लगाया गया था। रिमोट अरुण व दीपक को दबाना था। इसके लिए उन्हें तीन लाख रुपये दिए गए थे, लेकिन विस्फोट नहीं हुआ तो दुबई में बैठे अंडरवल्र्ड सरगना नेपाल के कलेया निवासी शमशुल होदा के इशारे पर दोनों की हत्या कर दी गई। मोतीलाल ने कानपुर में हुए रेल ट्रैक विस्फोट में भी अपनी संलिप्तता स्वीकारी थी।

तब हरकत में आईं थीं देश की सुरक्षा एजेंसियां

मोतीलाल के बयान के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आईं और मोतिहारी पहुंचकर पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ की। इसके बाद घटनास्थल का मुआयना भी किया था। एनआइए ने इस दौरान घोड़ासहन में आइईडी लगाने को लेकर रक्सौल रेल थाना में दर्ज मामले व आदापुर दोहरे हत्याकांड में दर्ज प्राथमिकी की पड़ताल की। फिर मामले को एनआइए ने टेकओवर किया। मामले में पांच जेल गए। जुलाई में एनआइए ने छह लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र विशेष अदालत में दाखिल किया। अब मामले में गवाही चल रही है।

इस बारे में पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि अब तक पांच लोगों पर आरोप पत्र दायर किया जा चुका है। कांड के अनुसंधानकर्ता को बदल दिया गया है। अब अशोक राय कांड का अनुसंधान करेंगे। गवाही के लिए मोतिहारी से एक दारोगा एनआइए कोर्ट गए थे। उन्होंने गवाही दी है। चूंकि इस मामले को एनआइए देख रही है। इस स्थिति में जिला पुलिस के पास कोई खास जानकारी नहीं है। 


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