टीबी मरीजों को यक्ष्मा केंद्र से जोडऩा चुनौती, मुफ्त सुविधा के बावजूद दवा से वंचित हो रहे Muzaffarpur News
जिले से टीबी के उन्मूलन के लिए सभी सरकारी निजी चिकित्सक के साथ सरकारी कर्मियों व स्वयंसेवी संगठनों को सजग व सहयोग करना होगा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। टीबी जागरूकता कार्यशाला में शामिल चिकित्सकों ने कहा कि शत- प्रतिशत टीबी रोगी अब भी सरकारी अस्पताल से दूर हैं तथा निजी स्तर पर इलाज कराने को मजबूर हो रहे हंै। टीबी मरीज को जिले में चल रहे यक्ष्मा केंद्र से जोडऩा एक चुनौती है। सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि जिले से टीबी का उन्मूलन हो। इसके लिए सभी सरकारी, निजी चिकित्सक के साथ सरकारी कर्मियों व स्वयंसेवी संगठनों को सजग व सहयोग करना होगा। जो मरीज हैं, उनको सरकार दवा के साथ पोषण राशि दे रही है। उसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। इलाज व जागरूकता मेंं आइएमए से जुड़े चिकित्सक स्वास्थ्य विभाग को मदद करें।
माड़ीपुर स्थित एक होटल में टीबी बीमारी पर सरकारी व निजी डॉक्टरों को लेकर आयोजित कार्यशाला में सीएस ने कहा कि टीबी मरीजों को अगर निजी अस्पतालों,क्लिनिकों पर इलाज हो रहा है, उन्हें जानकारी देने से बड़ी राहत होगी। इससे मरीज को मुफ्त इलाज व सरकार से मिलने वाली सहायता राशि की सुविधा मिलेगी।