12वीं का परिणाम जारी करने को सीबीएसई का पोर्टल लांच, 15 जुलाई तक अपलोड कर सकते अंक
बोर्ड की ओर से निर्देश दिया गया है कि स्कूल अभी से इस पोर्टल पर अंकों की प्रविष्टि शुरू कर दें। अंतिम समय में जल्दीबाजी करने से गड़बड़ी की संभावना होगी। कहा गया है कि अंक अपलोड करते समय पूरी सावधानी बरतें और दो बार उसे मिलाएं।
मुजफ्फरपुर, जासं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से 12वीं का परिणाम तैयार करने को लेकर पोर्टल लांच कर दिया गया है। बताया गया है कि इसपर सभी स्कूल छात्रों के अंक दिए गए कालम में प्रविष्ट करेंगे। इसके बाद वहां एक टेबुलेशन शीट दिखने लगेगी इसपर स्कूल की ओर से भेजे गए अंक का विवरण प्रदर्शित होगा। यहां स्कूल अंकों का माडरेशन करेंगे। बोर्ड की ओर से निर्देश दिया गया है कि स्कूल अभी से इस पोर्टल पर अंकों की प्रविष्टि शुरू कर दें। अंतिम समय में जल्दीबाजी करने से गड़बड़ी की संभावना होगी। कहा गया है कि अंक अपलोड करते समय पूरी सावधानी बरतें और दो बार उसे मिलाएं। एक बार अंक दर्ज हो जाने के बाद उसमें सुधार करना संभव नहीं होगा।
परिणाम तैयार करने में पारदर्शिता कायम करने को लेकर स्कूलों में एक कमेटी गठित करनी होगी। इसकी निगरानी में 15 जुलाई तक परिणाम को संबंधित पोर्टल के माध्यम से अपलोड करना होगा। इसके बाद 31 जुलाई को परिणाम की घोषणा की जाएगी। स्कूल प्रबंधन को अंक प्रविष्टि में परेशानी नहीं हो इसके लिए बोर्ड की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। कहा गया है कि यदि अंक अपलोड करते समय कोई तकनीकी समस्या हो तो इसपर फोन कर समाधान प्राप्त किया जा सकता है। गुरुवार सुबह 10 बजे के बाद हेल्पलाइन सक्रिय हो जाएगी। परिणाम तैयार करने के दौरान परेशानी होने पर बोर्ड की ओर से उपलब्ध 9311226590, 9311226587, 9311226588, 9311226589, 9311226590 नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। स्थानीय स्कूल प्रबंधकों ने बताया कि हेल्पलाइन का लाभ परिणाम तैयार करने में मिलेगा। अंक प्रविष्टि का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसमें पूरी सावधानी बरती जा रही है। वहीं पारदर्शिता का भी ख्याल रखा जा रहा है।
अभिभावक निभाएं जिम्मेदारी, बच्चों को कराएं सही-गलत का बोध : विनीता
जासं, मुजफ्फरपुर : सामाजिक संगठन प्रयत्न इंडिया की ओर से बुधवार को बच्चों की देखरेख एवं संरक्षण विषय पर राष्ट्रीय बेबिनार हुआ। इसकी अध्यक्षता प्रो.एसएनपी सिन्हा ने की। प्रयत्न के निदेशक प्रभात कुमार ने अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता उत्तर प्रदेश के मऊ की चाइल्ड मजिस्ट्रेट विनीता दीक्षित पांडेय ने कहा कि आज के दौर में बच्चों की देखरेख व उनका सरंक्षण करने के लिए अभिभावकों को उनकी मन:स्थिति को समझना होगा। अपनी भागदौड़ से मात्र आधे घंटे का समय निकाल उनसे बातचीत कर सही और गलत की परख जगानी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने उनके उत्थान के लिए समय-समय पर कदम उठाए हैं। समाज कल्याण मंत्रालय, महिला कल्याण विभाग और श्रम विभाग के माध्यम से बच्चों को आर्थिक एवं सामाजिक तौर पर सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम में दीक्षा कुमारी, रंजीत कुमार, उषा किरण, शांतना भारती, देवेंद्र कुमार, प्रशान्त गौतम, गौतम झा, गुडिय़ा कुमारी, कमल कुमार गुप्ता, कृष्णा कुमार, गुलाम मोहम्मद, अभिषेक कुमार आदि शामिल हुए।