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Sheohar News : शिवहर के डुमरी कटसरी प्रखंड मेंं यात्री प्रतीक्षालय में बांधे जा रहे मवेशी

देख-रेख के अभाव में भवन ध्वस्त होने के कगार पर है। जबकि इस विश्रामालय में लोग मवेशी भी बांध रहे है। आठ पंचायतों बाले डुमरी कटसरी प्रखंड में यात्रियों की सुविधा के लिए सड़क किनारे जिला परिषद द्वारा जगह-जगह यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया था।

By DharmendraEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 04:05 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2020 04:05 PM (IST)
शिवहर के एनएच 104 श्यामपुर चौक स्थित प्रतीक्षालय। जागरण

शिवहर, जेएनएन। डुमरी कटसरी प्रखंड में वर्षों पूर्व जिला परिषद द्वारा लाखों की लागत से निर्मित यात्री विश्रामालय प्रशासनिक उदासीनता का शिकार बन गया है। देख-रेख के अभाव में भवन ध्वस्त होने के कगार पर है। जबकि,  इस विश्रामालय में लोग दुकान चला रहे है। इतना ही नहीं मवेशी भी बांध रहे है। आठ पंचायतों बाले डुमरी कटसरी प्रखंड में यात्रियों की सुविधा के लिए सड़क किनारे जिला परिषद द्वारा जगह-जगह यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया था। निर्माण पर लाखों रुपये खर्च किए गए थे। लेकिन आलम यह है की, कहीं प्रतीक्षालय में दुकान खुल गया कहीं घर बना लिया गया है। कहीं पशु बांधा जा रहा है कहीं सैलून चलाया जा रहा है। कही भवन को अतिक्रमित कर लिया गया है तो कहीं भवन जर्जर होकर टूट रहा है।

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श्यामपुर पंचायत के एनएच 104 चौक के नजदीक बने यात्री प्रतीक्षालय में मवेशी को बांधा जाता है। हालत इतनी जर्जर है कि वहां खड़ा रहना संभव नही है। गंदगी के कारण यात्री सड़क किनारे खड़े होकर बस समेत सवारी वाहनों का इंतजार करने को विवश है। श्यामपुर में यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण वर्ष 2003-2004 में किया गया था। निर्माण के बाद से न तो इसकी मरम्मत की गई और नही देखभाल ही। मनोज कुमार और संजीव कुमार आदि यात्रियों ने बताया प्रतीक्षालय के अभाव में सड़क किनारे खड़े रहने  की विवशता है।

कड़ाके की धूप में गर्मी और बरसात के मौसम में बारिश में भीगते हुए खड़़े रहना मजबूरी है। तो ठंड के मौसम सर्दी झेलने की विवशता। इन लोगों का कहना  हैं कि  सरकार द्वारा योजनाएं बनाई जाती है। लेकिन इसका लाभ आम जनता को नहीं मिलता है। निर्माण के नाम पर ठीकेदार से लेकर अधिकारी तक मालामाल होते है। इन सबके बीच जनता बेबस और लाचार  होकर  रह जाती है। इस बाबत पूछे जाने पर प्रखंड  विकास पदाधिकारी अमित कुमार अमन ने बताया की अभी तक कोई आवेदन नहीं मिला है। अगर मिलता है तो प्रतीक्षालयों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा।


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