घोड़परास के खिलाफ आज से कांटी में चलेगा अभियान
जंगली जानवरों के आतंक से परेशान किसानों को राहत दिलाने की कवायद शुरू कर दी गई है। वन विभाग की तरफ से 23 जनवरी से कांटी इलाके में घोड़परास के आखेट के लिए अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में वन प्रमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार कर्ण ने पत्र जारी किया है।
मुजफ्फरपुर। जंगली जानवरों के आतंक से परेशान किसानों को राहत दिलाने की कवायद शुरू कर दी गई है। वन विभाग की तरफ से 23 जनवरी से कांटी इलाके में घोड़परास के आखेट के लिए अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में वन प्रमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार कर्ण ने पत्र जारी किया है। इसमें बताया गया है कि 23 जनवरी से कांटी इलाके में आखेट की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इसके लिए तमिलनाडु से लाइसेंसधारी आग्नेयास्त्र शूटर असगर अली खान को बुलाया गया है। इस अवधि में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दंडाधिकारी व सशस्त्र बल की जिलाधिकारी से मांग की गई है। वन प्रमंडल पदाधिकारी ने पत्र में कहा है कि घोड़परास को मारने व दफनाने के समय संबंधित पंचायत के मुखिया, सरपंच, वार्ड पार्षद की मौजूदगी अनिवार्य है।
बता दें कि वन संरक्षक मुजफ्फरपुर अंचल की अध्यक्षता में 16 जनवरी को घोड़परास के आखेट के लिए संख्या निर्धारण को जिलास्तरीय समिति की बैठक में अभियान चलाने का निर्णय लिया गया था। इसपर अब अनुपालन कराना शुरू किया गया है। वन प्रमंडल पदाधिकारी ने डीएम से अनुरोध करते हुए कहा कि चिह्नित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, प्रखंड कृषि पदाधिकारी व प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी को भी आखेट के समय उपस्थित रहने व सहयोग देने को निर्देशित किया जाए। बताते चलें कि जंगली जानवरों के आतंक को लेकर पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने किसानों के साथ समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया था। कई बार पूर्व मंत्री ने डीएम से मिलकर कार्रवाई की मांग की थी। वैशाली सांसद वीणा देवी ने भी जंगली जानवरों से मुक्ति दिलाने को लेकर कई बार जिलाधिकारी से मांग की थी।
वन विभाग के अभियान में दें सहयोग : कांटी प्रखंड के किसानों को जंगली जानवरों से मुक्ति के लिए धमौली रामनाथ पूर्वी पंचायत से वन विभाग द्वारा अभियान चलाया जाएगा। विभाग द्वारा मधुबन सहित इलाके में माइक से प्रचार कर लोगों को अपने घर या सुरक्षित स्थान पर ही रहने के लिए किया सचेत किया गया। इधर, पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि पूरे जिले से जब तक जंगली जानवर का आतंक खत्म नहीं होगा, हम अपने संकल्प के मुताबिक लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने जिले के किसानों से वन विभाग के इस अभियान में पूरा सहयोग देने की भी अपील की है।