बीआरएबीयू में दीक्षा समारोह पर 30 लाख का बजट, अभूतपूर्व आयोजन की तैयारी
दीक्षा समारोह मे अंग्रेजी भाषा में शपथ लेंगे कुलपति।एलएस कॉलेज के खेल मैदान में भव्य पंडाल आकार ले चुका है। कुलपति ने कहा 25-30 लाख रुपये खर्च होंगे। बजट घट-बढ़ सकता है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। दीक्षा समारोह भव्य व यादगार होगा। खर्च बेहिसाब होंगे। उसका लेखा-जोखा बाद में लिया जाएगा। अनुमानित बजट खर्च पर काम चल रहा है। 27 फरवरी को आयोजन है। एलएस कॉलेज के खेल मैदान में भव्य पंडाल आकार ले चुका है। कुलपति प्रो. अमरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि बजट अभी तय नहीं हो सका है। 25-30 लाख रुपये खर्च होंगे। बजट घट-बढ़ सकता है। उधर, बजट के साथ गोल्ड मेडलिस्टों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
सोमवार को एकबार फिर यह संख्या बढ़कर 37 हो गई। कल तक 36 थी। जिसमें एमयूएमसी कॉलेज, ढाका की एक छात्रा निशा भारती को स्नातक ङ्क्षहदी विषय में टॉपर में स्थान मिला है। इस प्रकार, टॉपर छात्राओं की संख्या 30 पर जा पहुंची है। बिहार विश्वविद्यालय के लिए इतने तदाद में छात्राओं के टॉप होने का यह वाकया भी अभूतपूर्व है।
तीन लाख रुपये वीसी आवास को सजाने-संवारने में खर्च हो रहे हैं। पांच लाख रुपये एलएस कॉलेज को एडवांस में दिए जा चुके हैं। बजट बढऩे की बात उठी तो रजिस्ट्रार ने कॉलेज का बिल रोक दिया। प्राचार्य वीसी आवास पहुंच गए और मसला उठाया तो कुलपति ने फिर आदेश कर दिए।
एक हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था
समारोह की तैयारियों की जानकारी देते हुए कुलपति ने बताया कि कम से कम एक हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन के अलावा शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, गांधी विचारक डॉ. रामजी सिंह, नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा समेत कई गण्यमान्य समारोह में शिरकत कर रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रोवीसी डॉ. आरके मंडल, पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. विवेकानंद शुक्ला, दूरस्थ शिक्षा निदेशक डॉ. सतीश कुमार राय, रसायन विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव, एलएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय, एमडीडीएम की प्राचार्य डॉ. ममता रानी, परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण, डीओ डॉ. आशुतोष सिंह डॉ. ललित किशोर, डॉ. सतीश कुमार आदि मौजूद थे।
अंग्रेजी में शपथ पत्र पढ़ेंगे कुलपति
अब दीक्षा समारोह में प्रतिभागियों के परिधान तो देसी होंगे मगर शपथ लेने-दिलाने की भाषा में फर्क होगा। कुलपति स्वयं और प्रतिकुलपति पीले रंग की पगड़ी, बंद कॉलर की जैकेट जिस पर कढ़ाई होगी के साथ लाल बॉर्डर वाला पीला अंगरखा पहने होंगे। जबकि, शपथ अंग्रेजी भाषा में लेंगे। उनके शपथ-पत्र में क्या कुछ लिखा होगा उसका मजमून स्वयं रजिस्ट्रार कर्नल अजय कुमार राय ने पढ़कर सुनाया।
यह पूछे जाने पर कि इस विश्वविद्यालय से अंग्रेजीयत क्यों नहीं जा रही। सारे आदेश-निर्देश अंग्रेजी में ही जारी हो रहे हैं। जब दीक्षा समारोह में पश्चिमी सभ्यता का गाउन वगैरह त्यागकर भारतीय परिधान आत्मसात कर लिए गए तो भाषा से इतना मोह क्यों है। इस सवाल के जवाब में रजिस्ट्रार तो चुप्पी साध गए मगर कुलपति ने कहा कि धीरे-धीरे ऐसा भी हो जाएगा।