डॉक्टर की कारगुजारी : टूटा बायां हाथ, कर दिया दाहिने का प्लास्टर Darbhanga News
डीएमसीएच के डॉक्टरों का कमाल मंत्री के आदेश पर डॉक्टरों से जवाब तलब चिकित्सकों ने माना मानवीय भूल।
दरभंगा, जेएनएन। डीएमसीएच के चिकित्सकों ने सोमवार को कमाल कर दिया। हनुमाननगर के गोदाईपटटी गांव निवासी मो. सज्जाद के पुत्र फैजान (7) का बायां हाथ टूटा था। वह जब अपनी मां के साथ इलाज कराने के लिए हड्डी रोग विभाग में पहुंचा तो चिकित्सकों ने दाहिने हाथ का प्लास्टर कर दिया। मंगलवार को मामला संज्ञान में आने के बाद सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी सक्रिय हुए। इसके बाद डीएमसीएच प्रशासन में हड़कंप मच गया। अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद ने विभागाध्यक्ष डॉ. लालजी चौधरी से जवाब-तलब किया। विभागाध्यक्ष ने अपने जवाब में इसे मानवीय भूल बताया है। इस बीच पीडि़त बालक के दाएं हाथ का प्लास्टर किया गया।
बताते हैं कि शुक्रवार को आम के पेड़ से गिरने से फैजान का बायां हाथ टूट गया। परिजन उसे जटमलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां से दो दिन के बाद उसे डीएमसीएच रेफर किया गया। सोमवार की शाम डीएमसीएच के ऑर्थाे के सीओटी में प्लास्टर किया गया। मां ने बताया कि प्लास्टर के एवज में उससे 200 रुपये की मांग की गई। उसके पास मात्र सौ रुपये थे। उसने सीओटी में 100 रुपये दिया। छह सौ रुपये की दवा एवं रुई की खरीदारी कराई गई।
मां उसे टेम्पो से लेकर घर लौटी। चौक पर जब वह अपने पुत्र के दाहिने हाथ को पकड़कर टेम्पो से उतार रही थी। फैजान दर्द से कराह उठा। तब मां को लगा कि उसके गलत हाथ में प्लास्टर हो गया है। वह रात में ही डीएमसीएच पहुंची। मौके पर मौजूद डॉक्टरों से शिकायत की। अधीक्षक के संज्ञान में मामला आया। उन्होंने चिकित्सकों को तुरंत गलती सुधरने के लिए कहा। लेकिन मां रात में प्लास्टर कराने को तैयार नहीं हुई। वह फैजान को लेकर अपने मायके सिरनिया चली गई। सुबह में वह उसे लेकर डीएमसीएच पहुंची। मामला मीडिया में आते ही नीचे से लेकर ऊपर तक हड़कंप मच गया।
मामले के संबंध में डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद ने कहा कि विभागाध्यक्ष के जवाब से स्वास्थ्य मंत्री को अवगत करा दिया गया है। दवा एवं रुई रहते हुए तीमारदार से बाहर से खरीदारी कराने पर जवाब-तलब किया गया है। इसमें जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी।
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