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ब्रजेश ठाकुर की मिस्ट्री वुमेन मधु की गिरफ्तारी बनी चुनौती, जानिए कितनी शातिर है...

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की राजदार मधु की गिरफ्तारी चुनौती बनी हुई है। उसकी गिरफ्तारी से इस पूरे घटनाक्रम का पटाक्षेप हो जाएगा। ब्रजेश की मिस्ट्री वुमेन मधु बड़ी ही शातिर है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 23 Aug 2018 04:21 PM (IST)Updated: Fri, 24 Aug 2018 10:23 AM (IST)
ब्रजेश ठाकुर की मिस्ट्री वुमेन मधु की गिरफ्तारी बनी चुनौती, जानिए कितनी शातिर है...

मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। बालिका गृह कांड में जेल की हवा खा रहा ब्रजेश ठाकुर की राजदार मधु की तलाश सीबीआइ ने तेज कर दी है। उसके सभी संभावित ठिकानों का पता लगाकर छापेमारी करने की कवायद की जा रही है। कहा जा रहा कि उसकी गिरफ्तारी के बाद कई महत्वपूर्ण बातों का पता लगेगा। अब भी कई ऐसी बातें हैं, जिनका जवाब सीबीआइ को चाहिए।

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वैसे भी वह ब्रजेश के सबसे करीब रहनेवालों में से एक है। उसके पास ब्रजेश के पारिवारिक अखबार के विज्ञापन का मामला हो या बालिका गृह और सेवा संकल्प व विकास समिति का मामला। मधु से कुछ भी छुपा हुआ नहीं था। बालिका गृह प्रकरण में मधु के पकड़े जाने के बाद इस पूरे घटनाक्रम का पटाक्षेप हो जाएगा। 

मधु पर मेहरबान रहे जनप्रतिनिधि

ब्रजेश ठाकुर की सबसे करीबी राजदार मधु का समाज कल्याण विभाग में दबदबा था। अधिकारियों के साथ-साथ कई बड़े नेताओं व जनप्रतिनिधियों से भी उसके मधुर रिश्ते थे। वह इसका फायदा भी उठाती रही। बताया गया कि हर दिन वह कलेक्ट्रेट परिसर के विभिन्न विभागों में आती-जाती दिख जाती थी।

 2011 में कोलकाता के एक एनजीओ ने रेडलाइट इलाके में सेक्स वर्करों पर सरकार के प्रोजेक्ट के तहत काम करना शुरू किया तो मधु उसके खिलाफ साजिश रचने में लग गई। उक्त एनजीओ पर 48 लाख रुपये के घोटाले का आरोप लगाकर वरीय अधिकारियों के यहां शिकायत की।

उसके बाद कई नेताओं व जनप्रतिनिधियों से भी उनके लेटर पैड पर विभाग के वरीय अधिकारियों को पत्र भेजवाने काम मधु ने किया। पत्र में भी उक्त संस्थान के विरुद्ध घोटाले का इन जनप्रतिनिधियों ने जिक्र किया है।

उनके दबाव में विभाग के अधिकारियों ने मधु के पक्ष में आकर कोलकाता के उक्त संस्थान के विरुद्ध जांच रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को भेज दी। नतीजा रहा कि इन सभी रवैये से आजिज होकर उक्त संस्थान को यहां से बोरिया बिस्तर बांधकर भागना पड़ा। इन सभी कारणों से मधु कुछ ही दिनों में ब्रजेश के साथ-साथ विभाग के कई अधिकारियों की भी चहेती बन गई। 

मधु के रिश्तेदारों पर सीबीआइ की नजर

मधु को पकडऩे के लिए सीबीआइ ने जाल बिछाना शुरू कर दिया है। कुछ दिन पूर्व उसकी मां को भी कहा गया था कि अगर बेटी से संपर्क है तो सामने आने को कहें। लेकिन, उसकी मां ने चुप्पी साध ली थी। इसके बाद मधु के रिश्तेदारों की भी तलाश शुरू कर दी गई है। उन सभी से भी पूछताछ की जाएगी। 

विशेष टीम कर रही कार्य

मधु की गिरफ्तारी को लेकर सीबीआइ की एक विशेष टीम कार्य कर रही है। उक्त टीम को सीबीआइ के वरीय अधिकारी ने महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए हैं कि किस तरह से आगे की कार्रवाई करनी है। 

कई राज्यों में नेटवर्क की आशंका

मधु काफी शातिर है। उसकी गिरफ्तारी चुनौती बनी हुई है। संभावना जताई जा रही कि उसका कई राज्यों में नेटवर्क है। इसी के सहारे वह अब तक बचती रही है। 

ब्रजेश के खास लोगों से पूछताछ कर सकते नए एसपी  

ब्रजेश के करीबी व खास लोगों से सीबीआइ के नए एसपी फिर से पूछताछ करेंगे। कमान संभालने के बाद गुरुवार को शहर में उनके आने की उम्मीद जताई जा रही है। यहां आने के बाद पूरे मामले का वे अवलोकन कर तेज गति से जांच को आगे बढ़ाएंगे।

नए एसपी के आने के साथ ही लोगों में इस तरह की चर्चा तेज हो गई है। कहा जा रहा कि पूर्व में जिन लोगों से पूछताछ हुई है, उन सभी के नाम नोट किए गए हैं। उनलोगों से नए एसपी इस पूरे मामले में अपने तरीके से पूछताछ कर कई बिंदुओं पर जानकारी जुटाएंगे।

इसके अलावा ब्रजेश के साथ उठने-बैठने वालों की भी सूची तैयार की जा रही है। इसके बाद उन सभी को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जााएगा। ब्रजेश से उसके जुड़ाव और बालिका गृह में जाने के कारणों के बारे में जानकारी ली जाएगी। 

निरीक्षण को गए पदाधिकारियों पर भी नजर

बालिका गृह में पांच साल के भीतर जिन पदाधिकारियों ने वहां जाकर निरीक्षण किया और रिपोर्ट तैयार की। इस पर भी सीबीआइ की नजर है। उक्त रिपोर्ट का भी अवलोकन किया जा रहा है। रिपोर्ट में क्या लिखा गया, इस पर किसके दस्तखत हैं। इन सभी बिंदुओं पर सीबीआइ गौर कर रही है। बता दें कि जांच में निरीक्षण के बाद तैयार रिपोर्ट में कई खामियां पकड़ी गई हैं। इसके आधार पर कई पदाधिकारी सीबीआइ के रडार पर हैं। 

गोपनीय तरीके से साक्ष्य जुटा रही सीबीआइ की टीम

बालिका गृह प्रकरण में सीबीआइ की टीम गोपनीय तरीके से और साक्ष्य जुटाने में लगी है। शहर में वरीय अधिकारियों की टीम लगातार कैंप कर रही है। लेकिन, किसी को इसकी भनक तक नहीं लगने दी जा रही। बुधवार को भी सीबीआइ के कई अधिकारी शहर में घूमते दिखे।

कहा जा रहा कि ब्रजेश के करीबी लोगों के विरुद्ध ठोस साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। उन सभी पर सीबीआइ के अधिकारी पल-पल नजर बनाए हैं। वे कहां जाते हैं, किससे मिलते हैं, क्या करते हैं। इन सभी बिंदुओं पर टीम काम कर रही है। कुछ अधिकारी जब्त कागजात, फाइल, लैपटॉप और सीपीयू लेकर पटना रवाना हो चुके हैं। वहीं पर इन्हें बारीकी से खंगाला जा रहा है। 

फिर हो सकती बड़ी कार्रवाई

सीबीआइ ने अब तक की जांच में चार सौ से अधिक फाइलों व कागजात समेत अन्य सामान को जब्त किया है। इनके पन्नों को खंगालने पर परत दर परत नई बात सामने आ रही है। कुछ नए रसूखदार व हाईप्रोफाइल लोगों के नाम भी सामने आए हैं। जिस तरह से सीबीआइ काम कर रही है, संभावना है कि फिर बड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

ब्रजेश की संपत्ति आकलन करने में जुटी टीम

ब्रजेश ठाकुर की संपत्ति का आकलन भी सीबीआइ कर रही है। उसे फंडिंग और विज्ञापन के नाम पर जितनी राशि मिली थी, उसे कहां-कहां और कितना खर्च किया, इस पर भी सीबीआइ की नजर है। कहा जा रहा है कि सरकारी विज्ञापन के माध्यम से ब्रजेश ने करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की है। इसका आकलन जिला प्रशासन भी कर रहा है। इसके बाद जब्ती की कार्रवाई की जाएगी। 


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