बीआरएबीयू की नई वेबसाइट लांच होने को तैयार, सहूलियत के सभी फीचर्स मौजूद
दो भाषा हिंदी व अंग्रेजी में लांचिंग, विश्वविद्यालय का लोगो अंग्रेजी, हिंदी व उर्दू में। मोबाइल पर भी खोलने में आसानी, सभी वेब ब्राउजर में आसानी से सपोर्ट।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की नई वेबसाइट तैयार हो गई है और जल्द ही उसकी लांचिंग हो सकती है। दो भाषा-हिंदी व अंग्रेजी में यह लांच होगी। विश्वविद्यालय का 'लोगोÓ भी तीन भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी व उर्दू में तैयार किया गया है। अधिकारियों का दावा है कि वेबसाइट की खूबसूरत डिजाइन, फीचर्स, ग्राफिक्स मन मोह लेगी। बस एक क्लिक में सारी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। नई वेबसाइट पर एक तरफ जहां विश्वविद्यालय प्रशासन के कार्यों को आसान किया गया है, वहीं दूसरी ओर छात्र-छात्राओं को भी कई सुविधाएं दी गई हैं। इसको स्टूडेंट्स मोबाइल पर भी खोल सकते हैं। वहीं यह सभी नए वेब ब्राउजर में आसानी से सपोर्ट करेगी।
वेबसाइट तैयार कर रही कंपनी ने दिया फाइनल प्रेजेंटेशन
विकास अधिकारी डॉ. आशुतोष ने बताया कि वेबसाइट तैयार कर रही कंपनी के लोगों ने शनिवार को यहां पहुंचकर फाइनल प्रेजेंटेशन दिया। प्रोवीसी डॉ. आरके मंडल, रजिस्ट्रार अजय कुमार राय, डिप्टी रजिस्ट्रार टू आतिफ रब्बानी, डिप्टी कंट्रोलर विपुल कुमार वर्मन, टेक्नीकल ऑफिसर डॉ. राखी मल्लिक व डॉ. मनीषा वाजपेयी समेत सभी सेक्शन के पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। प्रेजेंटेशन में तकनीकी जानकारियां दी गईं। मसलन कैसे वह काम करेगी, उसका बेसिक सोर्स कोड कैसे होता है, कैसे सर्वर से उसको लिंक करते हैं, डेटा बेस कैसे बनाते हैं। वेबसाइट के फीचर्स भी दिखाए गए। ग्राफिक्स की खूबसूरती भी दिखाई गई।
हर जानकारी वेबसाइट पर रहने का दावा
वेबसाइट पर छात्रों को एक क्लिक में सारी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। पाठ्यक्रम का ब्योरा भी साइट पर उपलब्ध रहेगा। देश-विदेश में शोध करनेवाले छात्रों को सहयोग मिलेगा। वेबसाइट को और खूबसूरत बनाने की कोशिश की गई है। वेबसाइट को पहले से अधिक तेज व दुरुस्त बनाने की कोशिश की गई है। पहले वाली वेबसाइट पर कोर्स से जुड़ी सारी जानकारी उपलब्ध नहीं थी, जबकि इसमें कोर्स की फीस, सीट और ऑनलाइन कई सुविधाएं मौजूद रहेंगी।
विवि के वर्तमान व पूर्व के सभी बड़े पदाधिकारियों के नाम और उनसे जुड़ी जानकारी भी वेबसाइट पर रहेगी। वेबसाइट पर विद्यार्थी ऑनलाइन अपनी परेशानियों को लिखकर मेल कर सकते हैं, जिसका जवाब तुरंत उनकीमेल आइडी पर दिया जाएगा। अलग-अलग विभागों के नंबर और ई-मेल आईडी भी इसपर डाले गए हैं, जिसकी मदद से सीधे फोन करके या फिर मेल करके जानकारी ली जा सकती है।
यूएमआइएस व ऑनलाइन सर्टिफिकेट सर्विस भी रहेगा लिंकअप
नई वेबसाइट देखकर प्रोवीसी ने दो सलाह दी। कहा कि जितनी भी महत्वपूर्ण एजेंसी हैं यूजीसी, एमएचआरडी, बिहार सरकार, शिक्षा विभाग, राजभवन इन सबका डायरेक्ट लिंक वेबसाइट पर होना चाहिए। ताकि विद्यार्थी सीधे वहां पहुंच पाएं। कॉलेजों की लिस्ट उसमें दिखनी चाहिए। कौन-कौन से कोर्स चल रहे हैं उसकी सूचना भी आवश्यक है। उसका भी एक सीधा लिंक दिया रहे ताकि उसपर बिना किसी असुविधा के पहुंचा जा सके। रजिस्ट्रार ने कहा कि कहा कि वेबसाइट को अपटूडेट बना रहे हैं। भविष्य में यूएमआइएस व ऑनलाइन सर्टिफिकेट सर्विस को भी उससे लिंक किया जाएगा। ताकि कोई भी सूचना उसपर आसानी से मिल जाए।
नैक मूल्यांकन के मद्देनजर हुआ अपग्रेडेशन
य जीसी की गाइडलाइन को मानते हुए इस नई वेबसाइट को हर रोज अपडेट किया जाएगा। यहां तक कि हर दिन के अटेंडेंस और शिक्षकों की उपस्थिति को भी इसपर दर्शाया जा सकता है। नैक की टीम विश्वविद्यालय में विजिट करने से पहले उसकी वेबसाइट पर ही पहले विवि के संबंध में जानकारियों को पढ़ेगी और समीक्षा करेगी। नैक में इसका अच्छा प्रभाव पड़े, इसी को देखते हुए आनन-फानन में वेबसाइट अपटूडेट की जा रही है। मतलब साफ है जब भी नैक की टीम या यूजीसी विवि द्वारा आवेदन किए जाने के बाद उक्त वेबसाइट पर एसएसआर को देखे, तो विवि का इंप्रेशन अच्छा पडऩा चाहिए।