BRABU, Muzaffarpur: एक दिसंबर से विवि और कालेजों में बायोमीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य
कुलानुशासक डा.अजीत कुमार ने सभी पीजी विभागाध्यक्ष विवि के कुलसचिव और सभी अंगीभूत कालेज के प्राचार्य को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि कोरोना काल से पूर्व हाजिरी बनाने को लेकर जो व्यवस्था पहले से चल रही थी। उसे एक दिसंबर से अनिवार्य रूप से लागू करना है।
मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, पीजी विभागों और अंगीभूत कालेजों में अब शिक्षकों और कर्मचारियों को बायोमीट्रिक से हाजिरी बनानी होगी। एक दिसंबर से इसे अनिवार्य रूप से लागू कर दिया गया है। इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डा.अजीत कुमार ने सभी पीजी विभागाध्यक्ष, विवि के कुलसचिव और सभी अंगीभूत कालेज के प्राचार्य को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि कोरोना काल से पूर्व हाजिरी बनाने को लेकर जो व्यवस्था पहले से चल रही थी। उसे एक दिसंबर से अनिवार्य रूप से लागू करना है। साथ ही अगले महीने से वेतन भुगतान से पूर्व उपस्थिति संबंधी सूचना विवि को भेजनी होगी। बता दें कि विवि के प्रशासनिक भवन समेत सभी पीजी विभागों को मिलाकर करीब 40 फेस स्कैनर लगे थे। देखरेख नहीं होने के कारण वे धूल फांक रहे हैं। कोरोना काल में इस प्रणाली से उपस्थिति दर्ज कराने पर तत्काल रोक लगी थी। इसके बाद से कर्मचारी से लेकर शिक्षक तक सभी अपनी मर्जी से विभाग में आते-जाते थे। कोई रिकार्ड नहीं होने के कारण उनपर कार्रवाई तय नहीं हो पाती थी। बता दें कि राजभवन की ओर से 2019 में कुलपति को आदेश दिया गया था कि शिक्षकों की प्रत्येक कार्य दिवस में कम से कम पांच घंटे तथा प्रत्येक सप्ताह न्यूनतम 40 घंटे की उपस्थिति महाविद्यालयों तथा स्नातकोत्तर विभागों में सुनिश्चित की जाए।
25 नवंबर से चलेंगी स्नातक सत्र 2021-24 की कक्षाएं
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से 25 नवंबर से स्नातक के नए सत्र 2021-24 की कक्षाएं शुरू की जाएंगी। अध्यक्ष छात्र कल्याण डा.अजीत कुमार ने बुधवार को इसकी अधिसूचना जारी की है। बताया कि सभी कालेज के प्राचार्यों को इसकी जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि सभी कालेजों में कक्षाओं की समय सारिणी तय कर 25 नवंबर से कक्षाएं शुरू करनी हैं। साथ ही इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट विवि में भेजना है। बता दें कि विश्वविद्यालय के 105 कालेजों में निर्धारित करीब डेढ़ लाख सीटों पर नामांकन को लेकर तीन बार मेधा सूची जारी हो चुकी है। इसके बाद भी 70 हजार सीटें खाली हैं।