BRA Bihar University, Muzaffarpur : अंकपत्र नहीं मिलने से हजारों छात्र बीएड में नहीं कर पा रहे आवेदन
BRA Bihar University Muzaffarpur सत्र विलंब होने की वजह से पिछले साल भी आवेदन से वंचित हो गए थे 2017-20 के छात्र। अंकपत्र की मूल कॉपी अपलोड करना आवश्यक अबतक तैयार नहीं हुआ अंकपत्र। बिना अंकपत्र छात्र आवेदन नहीं कर पाएंगे। आवेदन के लिए 15 दिन का समय शेष।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। BRA Bihar University, Muzaffarpur: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के सत्र-2017-20 के हजारों छात्र-छात्राएं अंकपत्र नहीं मिलने के कारण बीएड में आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। रिजल्ट जारी करने के दो महीने से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी विश्वविद्यालय की ओर से अबतक अंकपत्र तैयार नहीं हो सका है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से 11 अप्रैल से बीएड सत्र-2021-23 में नामांकन के लिए आवेदन लिया जा रहा है। प्रदेश भर के बीएड कालेजों में बीएड के लिए 33 हजार सीटें निर्धारित हैं। जबकि, बीआरए बिहार विवि के 59 कालेजों में 6300 सीटों पर नामांकन होना है। बिहार विश्वविद्यालय के छात्रों के आवेदन नहीं कर पाने के कारण विवि से सम्बद्ध प्राइवेट बीएड कॉलेजों की भी ङ्क्षचता बढ़ रही है। क्योंकि, अधिकतर छात्र-छात्राएं अपने ही जिले के बीएड कॉलेज का चयन करते हैं। विवि का दायरा छह जिलों में फैला है। ऐसे में करीब 12-15 हजार छात्र बीएड के लिए आवेदन से अबतक वंचित हैं। इसबार आवेदन के साथ स्नातक के अंकपत्र की मूल कॉपी को सत्यापित व स्कैन कर अपलोड करना है। 14 फरवरी को ही बिहार विवि की ओर से स्नातक का परिणाम जारी किया गया था। बीएड के लिए सात मई तक बिना अतिरिक्त शुल्क के आवेदन लिया जाएगा। 10 मई तक विलंब शुल्क के साथ आवेदन लिया जाएगा। जबकि, 12 मई तक अभ्यर्थी आवेदन में संशोधन कर पाएंगे। 25 मई स एडमिट कार्ड जारी होगा। 30 मई को प्रवेश परीक्षा प्रस्तावित है। वहीं, इसका परिणाम 11 जून को जारी किया जाएगा।
परीक्षा नियंत्रक बोले- अंकपत्र में सुधार के लिए मांगे गए थे आवेदन
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने बताया कि 14 फरवरी को स्नातक पार्ट थर्ड का परीक्षा परिणाम जारी किया गया था। इसके बाद छात्र छात्राओं को 15 दिनों का समय दिया गया था कि यदि किसी के अंकपत्र में गड़बड़ी हो तो वे अपने कॉलेज में आवेदन दे सकते हैं। कॉलेजों की ओर से आवेदन को समेकित कर विश्वविद्यालय को भेजा गया। आवेदन प्राप्त होने बाद विश्वविद्यालय की ओर से उसमें सुधार कर अंकपत्र तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की जाती। इसी बीच कोरोना संक्रमण के कारण विश्वविद्यालय समेत सभी कॉलेजों को बंद करने का निर्देश जारी कर दिया गया। कर्मचारियों के विश्वविद्यालय में नहीं आने के कारण अंकपत्र तैयार नहीं हो सका है। छात्र-छात्राओं की परेशानी को देखते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से डिजिटल अंकपत्र के आधार पर ही आवेदन स्वीकार करने का रिक्वेस्ट किया जाएगा। साथ ही बीएड में नामांकन के लिए आवेदन की तिथि विस्तारित करने का आग्रह किया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि यदि स्थिति सामान्य हो जाती है तो 10 दिनों के भीतर अंकपत्र तैयार कर सभी कॉलेजों को भेज दिया जाएगा वहां से छात्र-छात्राएं अपना अंक पत्र प्राप्त कर सकेंगे। राज्य नोडल पदाधिकारी, बीएड डॉ. अशोक मेहता ने कहा कि बिना अंकपत्र छात्र आवेदन नहीं कर पाएंगे। अभी आवेदन के लिए 15 दिन का समय शेष है। संबंधित विवि को चाहिए कि वे इस अवधि के भीतर अंकपत्र छात्रों को उपलब्ध करा दे। ताकि, छात्र आवेदन कर सकें। सिर्फ परिणाम जारी करना ही मानक नहीं होता, प्रमाणपत्र का होना जरूरी है।