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BRA Bihar University, Muzaffarpur : विवि खुलते ही पहुंचने लगे छात्र, संक्रमण फैलने का बढ़ा खतरा

BRA Bihar University Muzaffarpur परिणाम सुधार और अंकपत्र के लिए विवि का काट रहे चक्कर। काउंटर नहीं खुलने के कारण छात्रों को लौटना पड़ा। मुख्य द्वार बंद होने पर थाना वाले गेट से वे भीतर पहुंच गए।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 29 Apr 2021 09:10 AM (IST)Updated: Thu, 29 Apr 2021 09:10 AM (IST)
BRA Bihar University, Muzaffarpur : विवि खुलते ही पहुंचने लगे छात्र, संक्रमण फैलने का बढ़ा खतरा
पदाधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में विवि को आंतरिक कार्यों के लिए खोला गया है।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बीआरए बिहार विवि को 33 फीसद क्षमता के साथ खोले जाने के बाद बुधवार को दर्जनों की संख्या में छात्र मुख्यालय पहुंच गए। मुख्य द्वार बंद होने पर थाना वाले गेट से वे भीतर पहुंच गए। वहां रोके जाने पर स्नातक का अंकपत्र के लिए आने की बात कही। कहा कि अंकपत्र अबतक कॉलेज में नहीं पहुंचा है। इस कारण बीएड में आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। अब एक सप्ताह ही समय रह गया है। यदि अंकपत्र नहीं मिला तो इस वर्ष भी आवेदन करने से वंचित हो जाएंगे। कई छात्र डिग्री और प्रोविजनल के लिए भी पहुंचे थे। काउंटर नहीं खुलने के कारण छात्रों को बैरंग लौटना पड़ा। इधर, विवि की ओर से कहा गया कि अंकपत्र तैयार किया जा रहा है। इसे शीघ्र ही कॉलेजों को भेज दिया जाएगा। छात्रों को विवि आने की जरूरत नहीं है। 

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बताया गया कि यदि तबतक बीएड में आवेदन की तिथि समाप्त हो जाती है तो मिथिला विवि से तिथि विस्तारित करने के लिए वार्ता की जाएगी। प्रयास हो रहा है कि तिथि समाप्त होने से पूर्व छात्रों को अंकपत्र उपलब्ध करा दिया जाए। पदाधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में विवि को आंतरिक कार्यों के लिए खोला गया है। छात्रों से अभी विवि नहीं आने की अपील की गई है। इधर, छात्र नेता संकेत मिश्रा ने विश्वविद्यालय मुख्यालय को सैनिटाइज कराने और कर्मचारी को अल्टरनेट बुलाकर पेंङ्क्षडग कार्यों का निष्पादन कराने की मांग की है। कहा कि विवि के गेट पर ऑटो सैनिटाइजर मशीन लगाने की जरूरत है। ताकि बाहर से आने वाले छात्रों के साथ ही कर्मचारी भी संक्रमण के खतरा से सुरक्षित रह सकें। संकेत मिश्रा ने कहा कि पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा का परिणाम शीघ्र जारी हो। साथ ही पेंङ्क्षडग परिणाम में सुधार और स्नातक तृतीय वर्ष उत्तीर्ण छात्रों को अंकपत्र मुहैया कराया जाए ताकि वे बीएड में आवेदन कर सकें। वहीं कोरोना के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए प्रोविजनल और डिग्री वितरण का कार्य शुरू किया जाए क्योंकि छात्र-छात्राओं को नौकरी और अन्य कॉलेजों में नामांकन के समय इसकी जरूरत पड़ रही है।  


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