BRA Bihar University: स्नातक की चौथी मेधा सूची तैयार... बड़ा सवाल कितने विद्यार्थियों को मिलेगा मौका
BRABU Part One Admission तीसरी सूची में नाम आने के बाद नामांकन नहीं लेने और एडिट नहीं करने वालों के हटाए गए नाम। 67 हजार छात्र-छात्राएं कर रहीं नामांकन के लिए प्रतीक्षा 25 हजार ने चुना एडिट का विकल्प। नामांकन के लिए एक सप्ताह का समय विद्यार्थियों को दिया जाएगा।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। BRA Bihar University: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक सत्र 2022-25 में रिक्त सीटों पर नामांकन के लिए चौथी मेधा सूची तैयार कर ली है। इसे एक से दो दिनों में वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। विश्वविद्यालय ने एक सप्ताह तक एडिट का मौका दिया था। इसमें करीब 25 हजार विद्यार्थियों ने ही अपने आवेदन को एडिट किया है। जबकि, करीब 67 हजार विद्यार्थी नामांकन के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं। 25 हजार में चार से पांच हजार ऐसे विद्यार्थी हैं, जिन्होंने फिर से उच्च कटआफ वाले कालेजों का चयन कर लिया है। यहां उनके चयनित विषयों में सीटें ही नहीं हैं। यहां इन्हें मौका नहीं मिल सकेगा। इस बार एडिट के दिए गए विकल्प में 10 कालेज चुनना अनिवार्य था। ऐसे में संबद्ध डिग्री कालेज और ऐसे संस्थान जिन्हें बाद में मान्यता दी गई है। उनमें विद्यार्थियों का आवंटन किया जाएगा। विश्वविद्यालय को उम्मीद है कि इस बार जारी सूची में से 80-90 प्रतिशत विद्यार्थी दाखिला लेंगे। यूएमआइएस कोआर्डिनेटर प्रो.टीके डे ने बताया कि चौथी मेधा सूची तैयार हो गई है। शीघ्र ही इसे जारी किया जाएगा। नामांकन के लिए एक सप्ताह का समय विद्यार्थियों को दिया जाएगा।
तीसरी सूची में नामांकन नहीं लेने वालों को नहीं मिलेगा मौका
विश्वविद्यालय में सत्र 2022-25 में स्नातक में नामांकन के लिए आवेदन करने वाले ऐसे छात्र-छात्रा, जिन्होंने तीसरी मेधा सूची में कालेज आवंटित होने के बाद भी नामांकन नहीं कराया, साथ ही एडिट का विकल्प भी नहीं दिया, को चौथी सूची से वंचित रखा जाएगा। विश्वविद्यालय का ऐसा माना है कि उन्हें नामांकन में रुचि नहीं है या उन्होंने कहीं और नामांकन ले लिया है। ऐसे में पहली और दूसरी सूची में नामांकन नहीं लेने वालों को मौका मिलेगा या नहीं इसपर विचार हो रहा है।
इस सूची के बाद भी रिक्त रह जाएंगी 40 हजार सीटें
चौथी मेधा सूची में विद्यार्थियों को आवंटित कालेजों में यदि शत प्रतिशत भी नामांकन हो जाता है तो करीब 40 हजार सीटें खाली रह जाएंगी। विश्वविद्यालय के 108 कालेजों में स्नातक में करीब 1.55 लाख सीटें निर्धारित हैं। पिछले वर्ष इसपर नामांकन का आंकड़ा 1.14 लाख था। जबकि, इसबार अबतक तीन बार मेधा सूची जारी करने के बाद भी 87 हजार विद्यार्थियों का ही नामांकन हो सका है।
आनस्पाट नामांकन पर हो सकता विचार
सीटों को भरने और नामांकन की प्रक्रिया समाप्त करने से पूर्व विश्वविद्यालय एक बार आनस्पाट नामांकन करने पर विचार कर सकता है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की तर्ज पर ही आनस्पाट नामांकन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। कालेजों में रिक्त सीट पर ही नामांकन लेना है। उसमें भी आरक्षण रोस्टर को ध्यान में रखना है।