कब्र से बाहर निकाला गया दानापुर के अपहृत व्यवसायी का शव, स्वजन साथ ले गए अवशेष EastChamparan News
एक सप्ताह पूर्व दानापुर के स्वर्ण व्यवसायी मुकेश कुमार गुप्ता का हुआ था अपहरण। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में की कार्रवाई। शव के अवशेष को पटना ले गए स्वजन।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। दानापुर से एक सप्ताह पूर्व अपहृत स्वर्ण व्यवसायी मुकेश कुमार गुप्ता उर्फ डब्ल्यू के शव को कोर्ट के आदेश पर शनिवार देर शाम पुलिस ने कब्र से खोदकर निकाला। इसके बाद स्वजन शव के अवशेष को साथ ले गए।
चिरैया थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष केके राय व मामले के जांचकर्ता हुलास राय ने बताया कि कोर्ट से बहाल मजिस्ट्रेट सह चिरैया सीओ सचिन्द्र कुमार की मौजूदगी में लालबेगिया स्थित सिकरहना नदी के किनारे से शव को निकाला गया। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पहचान के लिए तीन दिनों तक थाने में रखा गया था। पहचान नहीं हुई तो 14 जनवरी को शव को ताबूत में बंद कर सिकरहना नदी के किनारे दफन कर दिया गया था। इस बीच फोटो देखकर स्वजनों ने पहचान की। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया।
बदमाशों ने बुलाया था सगुना मोड़ के पास : स्वर्ण व्यवसायी के चाचा अमरेंद्र कुमार गुप्ता, भाई अनिल कुमार उर्फ दीपू, भतीजा योगेश कुमार उर्फ पिंटू तथा साला कृष्णा कुमार ने बताया कि दस जनवरी की दोपहर अपराधियों ने फोन कर मुकेश को दानापुर के सगुना मोड़ के पास बुलाया। फिर स्कॉर्पियो में बैठा कर अपहरण कर लिया। इसके बाद अपराधियों ने मुकेश के मोबाइल से उनकी दुकान पर बैठे बड़े भाई राकेश कुमार गुप्ता उर्फ बबलू को फोन कर करीब दो लाख रुपये का स्वर्णाभूषण मंगाया। आभूषण लेने के बाद मुकेश का मोबाइल बंद हो गया।
घटना की बाबत 11 जनवरी को दानापुर थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। बाद में पता चला कि चिरैया थाने के मिश्रौलिया-खोढा रोड में झबुआ पुल के नीचे से पुलिस ने एक अज्ञात शव बरामद किया। फोटो से पहचान हुई। फिर चिरैया पुलिस से संपर्क कर कानूनी प्रक्रिया के बाद शव को कब्र से निकाला गया। मृत मुकेश को दो पुत्र आदर्श कुमार(14) व अमरनाथ कुमार(12) हैं। स्वजनों ने रंगदारी मांगे जाने की घटना से इन्कार किया है।