Ramzan : इस वजह से डॉ. जाहिद सामूहिक इफ्तार को छोड़ गरीबों की बचा रहे जान, जानिए
लॉकडाउन से पीडि़त गरीब परिवारों को राहत पहुंचा रहे। अबतक दो हजार से अधिक लोगों की मदद कर चुके हैं। अभी यह जारी रहेगा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। इंसानियत सबसे बड़ा मजहब है। गरीबों व जरूरतमंदों की की मदद से रब खुश होता है। कोरोना वायरस से प्रकोप से बचाने के लिए किए गए लॉकडाउन ने लोगों को संक्रमण से बचाने में कवच का काम तो किया लेकिन, इससे कई परिवारों के समक्ष आर्थिक संकट भी आ गया। ऐसे समय समाज के कई लोग इन परिवारों की मदद के लिए आगे आए। धर्म व जाति की दीवारों को लांघ कर लोग गरीबों की मदद करने लगे।
रमजान में सामूहिक इफ्तार कराने वाले लोगों ने इफ्तार के बदले इस रकम को गरीबों में खर्च करना शुरू किया। बैरिया निवासी व सदातपुर स्थित गैलेक्सी हास्पिटल के चेयरमैन डॉ. मो. जाहिद आरफी भी कोरोना वायरस के इस संकट के काल में गरीबों की मदद को आगे आए। सामूहिक इफ्तार को छोड़ कर गरीबों को राहत पहुंचाने लगे। उन्होंने कहा कि अभी देश कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। ऐसे में सबका फर्ज है कि खुद को इस जंग का योद्धा साबित करें। उन्होंने बताया कि अबतक दो हजार से अधिक लोगों की मदद कर चुके हैं। अभी यह जारी रहेगा। इस कार्य में उनकी पत्नी डॉ. जुबैरिया जाहिद भी सहयोग कर रहींं हैं।