एंबुलेंसकर्मी की मौत के बाद मोतिहारी में बवाल, स्वास्थ्य सेवाएं बाधित
नाराज एंबुलेंस कर्मियों ने सीएस, डीएस, एसीएमओ, जिला स्वास्थ्य समिति समेत सदर अस्पताल के सभी कार्यालयों में सेवाओं को किया बाधित।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पूर्वी चंपारण जिले के पताही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिए गए एंबुलेंस पर तैनात इएमटी कर्मी रमेश कुमार की सड़क हादसे में मौत के बाद एंबुलेंस चालक व अन्य कर्मियों ने शुक्रवार को मोतिहारी में जमकर बवाल काटा। नाराज कर्मियों ने मोतिहारी सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन, एसीएमओ, डीएस व जिला स्वास्थ्य समिति के दफ्तर समेत ओपीडी में काम को बाधित कर दिया। रमेश के शव को सदर अस्पताल के सामने सड़क पर रख आगजनी कर कचहरी-मीना बाजार पथ में आवागमन को बाधित कर दिया।
इस कारण भारी संख्या में वाहनों की लाइन सड़क के दोनों किनारों पर लगी रही। नाराज कर्मियों को समझाने के लिए मौके पर पहुंचे मोतिहारी के अंचल अधिकारी चौधरी बसंत सिंह, नगर थानाध्यक्ष आनंद कुमार की कोशिशें दोपहर 1:30 बजे तक नाकाम रहीं। कर्मी इस मांग पर अड़े हैं कि रमेश के परिजनों को तत्काल दस लाख की सरकारी सहायता दी जाए। साथ ही बकाया वेतन का भुगतान किया जाए और परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए।
सिविल सर्जन डाॅ. बीके सिंह कर्मियों की मांग के आलोक में जिले के अस्पतालों में एंबुलेंस सेवा मुहैया करा रही कंपनी पीडीपीएल के अधिकारियों से वार्ता कर रहे हैं। ताकि कर्मियों के आक्रोश को तत्काल कम किया जा सके। बताया गया है कि गुरुवार की रात रमेश पताही से विभागीय काम को लेकर बाइक से मोतिहारी के लिए चला। रास्ते में मुफस्सिल थाना के गोढ़वा के समीप वह एक तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आ गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना पर पहुंचे लोगों ने शव को मोतिहारी सदर अस्पताल पहुंचाया। यहां शव आने के साथ कर्मी आक्रोशित हो गए और पूरी रात शव को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यालय के बाहर डंटे रहे। सुबह में जब सभी लोग आए तो अचानक से गुस्सा भड़क गया। सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित कर दी गईं। सड़क जाम कर दिया।
आंदोलन के कारण मरीजों को हुई भारी परेशानी
एंबुलेंस कर्मियों के आंदोलन के कारण सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। जिले के विभिन्न इलाकों से सदर अस्पताल में इलाज कराने आए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थिति यह रही कि सदर अस्पताल के आसपास बैठनेवाले निजी चिकित्सकों के यहां भी पहुंचने में लोगों को भारी परेशानी हुई।
प्रशासनिक स्तर की जा रही मसले को हल करने की कोशिश
एंबुलेंस कर्मी की मौत के बाद चल रहे बवाल को समाप्त करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कोशिश की जा रही है। सिविल सर्जन व अन्य अधिकारी जिले में एंबुलेंस सेवा देनेवाली कंपनी पीडीपीएल के अधिकारियों से बात कर रहे हैं। उन्हें कर्मियों की मांग से अवगत कराया गया है। बताया गया है कि अधिकारियों के साथ मिलकर कर्मियों की मांगों के आधार पर आगे की प्रक्रिया की जा रही है।
सिविल सर्जन डाॅ. बीके सिंह ने कहा कि जिले के अस्पतालों में एंबुलेंस सेवा एक एजेंसी देती है। एजेंसी के अधिकारियों से मुआवजा व अन्य विषयों पर बात की जा रही है। कर्मियों को नियंत्रित कर सेवा बहाल की जा रही है।