Move to Jagran APP

बैंकों में दूसरे दिन भी लटका रहा ताला, सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन

बैंकिंग क्षेत्र को कमजोर कर रही सरकार, लगाया पक्षपात का आरोप, बैंक-बीमा कार्यालय बंद रहने से परेशान रहे लोग।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 09 Jan 2019 03:09 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jan 2019 03:09 PM (IST)
बैंकों में दूसरे दिन भी लटका रहा ताला, सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बैंकों एवं बीमा कार्यालयों में दूसरे दिन भी ताला लटका रहा। हड़ताल से लोगों को काफी परेशानी हुई। जगह-जगह सरकार विरोधी धरना-प्रदर्शन हुआ। बैंक कर्मियों ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को धोखेबाजों द्वारा खोखला किया जा रहा है। इसकी वजह से बैंकिंग क्षेत्रों की स्थिति बिगड़ती जा रही है। सरकार पूंजीपतियों को बचाने के लिए बैंक कर्मियों को तरह-तरह से परेशान कर रही है।

loksabha election banner

उबिग्रा बैंक के पेंशन मामले में लागू हो सुप्रीम कोर्ट के आदेश

यूनाइटेड फोरम आफ आरआरबी यूनियन के आह्वान पर सेन्ट्रल ट्रेड यूनियन के बारह सूत्री मांगों के समर्थन में आज दूसरे दिन भी ग्रामीण बैंक की शाखाओं में काम नहीं हुआ। उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के कलमबाग चौक स्थित प्रधान कार्यालय के समक्ष यूनाइटेड फोरम आफ आरआरबी यूनियंस के राष्ट्रीय संयोजक डीएन त्रिवेदी ने कहा कि देश भर में कार्यरत 90 हजार अधिकारी व कर्मचारी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। इस दौरान उबिग्रा बैंक के पेंशन मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश लागू करने की पुरजोर मांग की गई। 

   बिहार के दोनों ग्रामीण बैंकों उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार की 2110 शाखाओं में हड़ताल के कारण ताले लटकते रहे। इससे 30 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। हड़ताल के दौरान ग्रामीण बैंक कर्मियों द्वारा 01 नवम्बर 1993 से पेंशन भुगतान, 01 अप्रैल 2010 के बाद बैंक में नियुक्त कर्मियों को भी एनपीएस के बदले पुराने पेंशन का लाभ तथा प्रायोजक व्यावसायिक बैंकों के समान सेवा शर्त की मांग की गई।

   धरना में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक आफिसर्स कांग्रेस के महासचिव अरुण सिंह, इम्पलाइज फेडरेशन के महासचिव प्रशांत कुमार, आफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव रामअनुज, रिटायरिज यूनियन के महासचिव विनोद शरण और आफिसर्स फेडरेशन के सुधीर कुमार सिन्हा ने विचार व्यक्त किये।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.