आज से बंद हो जाएंगे बाबा गरीबनाथ मंदिर के पट, यह है इसकी वजह
Baba Garibnath temple इस साल नहीं होगी कांवर यात्रा। इस दौरान मंदिर के पुजारी परिवार की ओर से बाबा गरीबनाथ की विधिवत पूजा अभिषेक व आरती होती रहेगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। भगवान शिव का प्रिय माह सावन छह जुलाई से शुरू होने वाला है। भक्तोंं की उमंग देखते बन रही है। मगर, उसके पूर्व ही बाबा गरीबनाथ मंदिर न्यास समिति की ओर से लिए गए फैसले से उन्हें निराशा भी है। न्यास समिति कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बुधवार से अनिश्चितकाल के लिए एक बार फिर मंदिर के पट बंद करने जा रही है। हालांकि इस दौरान मंदिर के पुजारी परिवार की ओर से बाबा गरीबनाथ की विधिवत पूजा, अभिषेक व आरती होती रहेगी। शिव भक्तों के अनुसार, 61 साल में यह पहली बार होगा जब कांवरिया पहलेजा से जल लाकर बाबा को नहीं चढ़ा सकेंगे।
भक्तों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए मंदिर बंद
उधर, कोरोना महामारी को देखते हुए शहर के ब्रह्मपुरा स्थित बाबा सर्वेश्वरनाथ मंदिर सह महामाया स्थान को भी बंद रखने का निर्णय लिया गया है। महंत संजय ओझा ने बताया कि कोरोना महामारी से लोगों की सुरक्षा में हम धर्मगुरुओं की भी जवाबदेही है। इसलिए इस बार सावन महीने में भक्तों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए मंदिर बंद रहेगा। मंदिर में रह रहे पंडितों के द्वारा ही नित्य सुबह और शाम मंदिर की साफ-सफाई, शृंगार, पूजन, रागभोग व आरती की जाएगी।
अनिश्चित काल के लिए बंद
उधर, औराई स्थित बाबा आनंद भैरवनाथ मंदिर और बंदरा प्रखंड के मतलुपुर स्थित अतिप्राचीन बाबा खगेश्वरनाथ महादेव मंदिर भी बुधवार, एक जुलाई से फिर अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान मंदिर के पुजारी द्वारा दैनिक पूजा, आरती व भोग का कार्यक्रम पूर्ववत किया जाता रहेगा।
बाबा दूधनाथ मंदिर में भी नहीं चढ़ेगा कांवर
मुशहरी प्रखंड के छपरामेघ स्थित बाबा दूधनाथ मंदिर में भी इस बार कांवरिया बाबा का जलाभिषेक नहीं कर सकेंगे। मंदिर प्रबंधन समिति के लिए गए निर्णय के मुताबिक भक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बुधवार से आमजन के लिए मंदिर का पट बंद कर दिया जाएगा। इस वर्ष श्रावणी मेला भी नहीं लगेगा।