बाबा भूतनाथ मंदिर
अखाड़ाघाट के नाजीरपुर स्थित बाबा भूतनाथ महादेव मंदिर की काफी प्रसिद्धि है। सावन, महाशिवरात्रि, नवरात्र, जन्माष्टमी, अचला सप्तमी व रामनवमी सहित विविध अवसरों पर यहां आसपास के विभिन्न क्षेत्रों से लोग पूजा-अर्चना के लिए जुटते हैं।
मुजफ्फरपुर। अखाड़ाघाट के नाजीरपुर स्थित बाबा भूतनाथ महादेव मंदिर की काफी प्रसिद्धि है। सावन, महाशिवरात्रि, नवरात्र, जन्माष्टमी, अचला सप्तमी व रामनवमी सहित विविध अवसरों पर यहां आसपास के विभिन्न क्षेत्रों से लोग पूजा-अर्चना के लिए जुटते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी हर मुराद पूरी होती है।
मंदिर का इतिहास
मंदिर की स्थापना के संबंध में संरक्षक नेवालाल व महेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव बताते हैं कि पहले यहां श्मसान था। इनकी अगुवाई में विष्णु यज्ञ हुआ। कालांतर में शिव मंदिर का निर्माण कर वर्ष 2000 में शिवलिंग की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। तब से लोग नित्य यहां पूजा-अर्चना करने लगे। अभी यहां शिव परिवार, लक्ष्मीनारायण, भगवान भास्कर व मां भगवती दुर्गा के अलावा बजरंग बली विराजमान हैं।
तैयारी
लोगों का कहना है कि वैसे तो यहां नित्य भगवान भोलेनाथ व अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना होती है। मगर सावन की चारों सोमवारी के दिन काफी लोग जुटते हैं। चारों सोमवारी की रात्रि में तरह-तरह के फल-फूलों से बाबा का विशेष श्रृंगार होता है। लोग यहां शादी-विवाह सहित विविध शुभ संस्कारों के लिए भी आते हैं।
भक्तों को दुख नहीं होता :
सेवक फूलदास कहते हैं कि बाबा भोलेनाथ अपने भक्तों के सभी कष्ट हरते हैं। सच्ची निष्ठा व भक्ति से इनकी पूजा करने वाले भक्तों को कभी दु:ख नहीं होता। संरक्षक सदस्य सुरेश कुमार के अनुसार यहां वर्ष भर पूजा-अर्चना व यज्ञादि अनुष्ठान चलते रहते हैं। विविध शुभ अवसरों पर भी लोग यहां पूजा-अर्चना के लिए जुटते हैं।