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Attention Please: कभी लिफ्ट में फंस जाएं तो क्या करें...स्टेप-बाय-स्टेप समझें पूरी बात

Attention Please ईश्वर न करें कि कोई कभी लिफ्ट में फंसे किंतु यदि ऐसा हो ही जाता है तो पैनिक करने की जगह यदि कुछ बातों को ख्याल रखा जाए तो चीजें बहुत हद तक सही हो सकती हैं। परेशानी कम हो जाएगी। अफरातफरी की नौबत नहीं आएगी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 09 Sep 2022 01:27 PM (IST)Updated: Fri, 09 Sep 2022 01:27 PM (IST)
Attention Please: कभी लिफ्ट में फंस जाएं तो क्या करें...स्टेप-बाय-स्टेप समझें पूरी बात
मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद चर्चाएं तेज। फोटो: जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। समय के साथ कुछ चीजें अब जरूरत बनती जा रही हैं। लिफ्ट उनमें से एक है। तेजी से बहुमंजिली इमारतें बन रही हैं, शापिंग माल का विस्तार हो रहा है। ऐसे में बिना लिफ्ट के काम नहीं चलने वाला है। ऐसे में उससे जुड़े हादसे भी बढ़े हैं। ईश्वर न करें कि कभी कोई लिफ्ट में फंसे, किंतु यदि ऐसा हो ही गया हो तो उस समय खुद को और साथ के लोगों को काबू में रखना पहला काम होना चाहिए। पैनिक करने से परेशानी कम होने की जगह बढ़ती है। इसके साथ ही यदि इन बातों का ख्याल रख लें तो मामला बहुत हद तक सुलझ जाएगा। व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी। जरूरी मदद पहुंच जाएगी।

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इरमजेंसी नंबर को काल करें

आज हर किसी के पास समय की कमी है। ऐसे में सीढ़ियां चढ़ने में लगने वाले समय की बचत लिफ्ट के सहारे हो जाता है। कभी यदि इसमें फंस गए तो सबसे पहले खुद को संयमित करते हुए अपने मोबाइल फोन की लाइट आन कर लें। केबिन में इमरजेंसी नंबर लिखे होते हैं। उस पर फोन करें। वहां एक से अधिक नंबर दिए जाते हैं। संभव है कि वहां से आपको पूरी मदद मिल जाएगी। इस हालत में खुद को कैसे सुरक्षित करना है, इसके बारे में वहां से जो सुझाव मिले, उसके अनुसार काम करें।

अलार्म बटन का उपयोग जरूर करें

यदि इमरजेंसी नंबर से कोई मदद नहीं मिल पा रही है तो अलार्म बटन को दबाएं। इसकी आवाज सुनकर संबंधित लोग आपकी मदद कर सकते हैं। दरअसल लिफ्ट में फंसने के बाद परेशानी पैनिक करने से होती है। दरवाजे को तोड़ने की कोशिश से उसका सेंसर काम करना बंद कर देता है। जिससे राहत व बचाव का काम करने वालों को भी परेशानी होती है। अभी मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन पर लगे लिफ्ट में सीनियर टीटीई के साथ हुए हादसे के बाद यहां पहुंचे लिफ्ट कंपनी के मैनेजर ने पूरी बात रेलवे प्रबंधन के सामने रखी।

केवल 10 सेकेंड के अंदर लाइट आ जाती है

कहा कि लिफ्ट में 12 वोल्ट की चार बैट्री लगी होती है। यदि किसी कारणवश लिफ्ट फंस जाए और पावर कट हो जाए तो दरवाजे में लगे सेंसर की वजह से केवल 10 सेकेंड के अंदर लाइट आ जाती है। ऊपर का एक्जास्ट फैन बंद हो जाता है। इसकी वजह से ऊपर से हवा आने लगती है। आक्सीजन की कमी नहीं होती है। सांस लेने में कोई परेशानी नहीं हाेती है। फंसा हुआ यात्री यदि पांच-10 सेकेंड और धैर्य रखे तो सेंसर खुद ब खुद लिफ्ट को ग्राउंड पर ले जाकर छोड़ देता है। वहां दरवाजे भी खुल जाते हैं और आप आसानी से बाहर आ जाते हैं। जो भी परेशानी होती है वह पैनिक करने के बाद दरवाजे को तोड़ने की कोशिश करने से शुरू होती है। अलार्म का उपयोग भी बहुत मददगार साबित हो सकता है। 


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